अल्ट्रा-फास्ट फूड डिलीवरी (Food Delivery) के मार्केट में प्रतिस्पर्धा 'दिन दुगनी रात चौगुनी' स्पीड से बढ़ रही है. ब्लिंकइट, इंस्टामार्ट ने 10 से 15 मिनट के अंदर जरूरी सामान की डिलीवरी कर देश में एक नया ट्रेंड सेट किया. कुछ साल पहले देश में 30 मिनट में पिज्जा डिलीवरी की गारंटी दी जाती थी. उसके बाद कोविड महामारी के दौरान ग्रॉसरी भी 30 मिनट में आने लगी. क्विक कॉमर्स मार्केट में प्रतिस्पर्धा बढ़ी तो कई स्टार्टअप शुरू हुए. अब 10 मिनट में फूड डिलीवरी के बिजनेस मार्केट में इन दिनों धूम है.
अमेजन, फ्लिपकार्ट जैसे रिटेलर्स भी इस सेक्टर कूद चुके हैं. बिग बास्केट और जियो मार्ट ने भी इस सेगमेंट में एंट्री की है. यही लड़ाई अब फूड डिलीवरी में आ गई है…ऑनलाइन फूड एग्रीगेटर जोमैटो, स्विगी और कई स्टार्टअप जैसे प्रमुख प्लेयर्स अब 10-15 मिनट के डिलीवरी सेगमेंट पर नियंत्रण के लिए होड़ कर रहे हैं.
क्विक-कॉमर्स की रफ्तार
ऑनलाइन फूड एग्रीगेटर जोमैटो ने अपने ऐप पर ग्राहकों के लिए 15 मिनट में फूड डिलीवर करने का नया ऑप्शन पेश किया है. इससे पहले कंपनी ने इसी सर्विस को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर करीब 3 साल पहले लॉन्च किया था. तब इस सर्विस को दिल्ली, गुरुग्राम और बैंगलुरु जैसे शहरों में शुरू किया था.
स्विगी की नई ऐप Snacc
स्विगी ने अक्टूबर 2024 में अपनी बोल्ट सेवा शुरू की थी. अब स्विगी ने अपनी नई ऐप Snacc लॉन्च की है. ये 10-15 मिनट में फूड डिलीवरी का दावा करती है. स्विगी की नई सर्विस ‘Snacc’ फास्ट फूड, रेडी टू ईट फूड बेचती है. ये स्विगी के पहले से चल रहे ‘बोल्ट’ सर्विस से अलग है.
स्विगी की Snacc, ब्लिंकिट के Bistro और जेप्टो के कैफे जैसी सर्विस से मिलती-जुलती है. दोनों ही कंपनी 15 मिनट के अंदर फूड डिलीवरी का दावा कर रही है.
जेप्टो ने फास्ट फूड डिलीवरी पर अपना ध्यान केंद्रित किया है साथ ही, अल्ट्रा-फास्ट सर्विस की बढ़ती डिमांड को पूरा करने के लिए एक अलग ऐप, जेप्टो कैफे को लॉन्च किया है. जोमैटो, स्विगी और जेप्टो 10-15 मिनट की फूड डिलीवरी की लिमिट को आगे बढ़ा रहे हैं, ये सभी कंपनियां तेजी से बढ़ती कंज्यूमर डिमांड को पूरा करने के लिए मार्केट में इनोवेशन कर रही हैं.
10 मिनट की होड़!
10 मिनट में डिलीवरी के सेक्टर में स्टार्टअप का उदय, 10-15 मिनट में फूड डिलीवरी के सेक्टर में प्रमुख प्लेयर्स को चुनौती दे रहे हैं. जेप्टो, स्विश, जिंग और ओला डैश जैसे नए प्लेयर्स भी मार्केट हिस्सेदारी के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं.
जेप्टो कैफे: जेप्टो कैफे सीमित दायरे में तेज डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए खुद के कैफे ऑपरेट करता है.
जिंग: NCR- बेस्ड ये फास्ट फूड डिलीवरी प्लेटफार्म भी यही सर्विस दे रहा है.
ओला डैश: अल्ट्रा-फास्ट डिलीवरी सेगमेंट में विस्तार कर रहा है. ये स्टार्टअप मार्केट में नए विचार लेकर आते हैं, लेकिन ऑपरेशन को बढ़ाने और मुनाफा हासिल करने की चुनौतियों का सामना करते हैं. फिलहाल ये बेंगलुरु में शुरू हुई है और धीरे-धीरे इसे पूरे देश में शुरू किया जाएगा.
स्विश: बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप स्विश भी 10 मिनट में फूड डिलीवरी करता है.
पिछले साल रिलायंस ने भी 30 मिनट से कम समय में डिलीवरी का वादा करते हुए जियो मार्ट की शुरुआत की थी.
10-15 मिनट में खाना पहुंचाने की जंग उपभोक्ताओं की अपेक्षा और उद्योग की गतिशीलता को नया रूप दे रही है. देश में इस मॉडल को लेकर अभी भी अनिश्चित बनी हुई है, लेकिन फास्ट डिलीवरी की डिमांड लगातार बढ़ रही है.