Mahadev App Scam क्या है, क्‍यों बॉलीवुड स्टार्स हैं ED की राडार पर, जूस की दुकान चलाने वाला कैसे बना अरबपति?

महादेव ऐप का हवाला सिंडिकेट, भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में एक्टिव होने का शक है.

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Mahadev Online Betting App: स्‍मार्टफोन और इंटरनेट के दौर में ऑनलाइन गेमिंग का खुमार लोगों के सिर चढ़कर बोल रहा है. गेमिंग तक तो ठीक था, लेकिन ये खुमारी पिछले कुछ सालों में बेटिंग यानी सट्टेबाजी तक पहुंच गई है. ताश से लेकर क्रिकेट तक करोड़ों लोग इस खुमारी को 'एंजॉय' करने में लगे हैं. लोगों की इसी खुमारी का फायदा उठाते हैं, महादेव गेमिंग ऐप (Mahadev Gaming App) ने.

5,000 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED पिछले कुछ महीनों से ऑनलाइन बेटिंग ऐप (Mahadev Book App) चलाने वाले सौरभ चंद्राकर और उसके बिजनेस पार्टनर रवि उप्पल के खिलाफ जांच कर रही है.

मीडिया में फिलहाल दो खबरें सुर्खियों में बनी हुई हैं. पहली खबर- महादेव ऐप से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग केस में फिल्‍म और TV स्‍टार्स को ED का समन. और दूसरी खबर- इस ऐप के कर्ताधर्ता सौरभ चंद्राकर (Saurabh Chandrakar) को लेकर, जिसकी शादी में 200 करोड़ रुपये खर्च किए जाने और कई सारे बॉलीवुड स्‍टार्स के पहुंचने की चर्चा है.

दोनों ही खबरों को लेकर सोशल मीडिया से लेकर चाय की नुक्‍कड़ तक, खूब डिस्‍कशन चल रहा है. इसको लेकर मन में उठ रहे तमाम सवालों को सिलसिलेवार ढंग से समझने की कोशिश करेंगे. सबसे पहले जानते हैं, ये ऐप चर्चा में क्‍यों है और ताजा मामला क्‍या है?

रणबीर, हुमा, हिना, कपिल को समन; कई राडार पर

मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने बुधवार को एक्टर रणबीर कपूर को समन भेजा. फिर गुरुवार को हुमा कुरैशी, हिना खान और कॉमेडियन कपिल शर्मा को समन भेजा.

महादेव गेमिंग ऐप (Mahadev Gaming App) मामले में पूछताछ के लिए ED ने रणबीर को पूछताछ के लिए 6 अक्टूबर को पेश होने को कहा है. कहा जा रहा है कि उन्‍हें आरोपी के तौर पर नहीं, बल्कि ट्रांजैक्‍शन संबंधी पूछताछ के लिए समन किया गया है.

रणबीर कपूर पर महादेव गेमिंग ऐप काे इंडोर्स करने, प्रचार करने और इसके एवज में बहुत मोटी राशि पाने के आरोप हैं. ED का कहना है कि रणबीर को मोटी रकम कैश के तौर पर मिली और ये क्राइम की कमाई थी.

रणबीर कपूर, महादेव ऑनलाइन बेटिंग गेम ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर की शादी में भी शामिल हुए थे. उनके अलावा कई सेलिब्रिटीज इस शादी में शामिल हुए थे. NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, म्‍यूजिक कंपोजर/सिंगर विशाल ददलानी, नेहा कक्कड़, टाइगर श्रॉफ, सनी लियोनी, भाग्यश्री, नुसरत भरूचा समेत 14 बड़े स्टार्स इस मामले में ED की राडार पर हैं और उनसे भी पूछताछ हो सकती है.

क्‍या है महादेव बेटिंग प्‍लेटफॉर्म?

महादेव बुक (Mahadev Book), कई ऑनलाइन गेमिंग वेबसाइट और ऐप्‍स का एक सिंडिकेट है. इसका हेडक्वार्टर UAE में है और वहीं से इसे ऑपरेट किया जाता है. इस एप्लिकेशन के कॉल सेंटर श्रीलंका, नेपाल में भी हैं.

ये कथित तौर पर क्रिकेट, टेनिस, बैडमिंटन, पोकर और कार्ड (ताश) समेत कई तरह के लाइव गेम में अवैध सट्टेबाजी के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मुहैया कराता है. इस बेटिंग ऐप को 70:30 के प्रॉफिस शेयर पर फ्रेंचाइजी देकर चलाया जाता है.

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छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने मिलकर इस ऐप को शुरू किया था. 2017 से शुरू हुए इस ऐप की पहुंच 2020 में कोविड के दौर में खूब बढ़ी और 2022 तक इस प्‍लेटफॉर्म पर करोड़ों यूजर्स की पहुंच हो गई.

इस ऐप पर सट्टे का खेल 500 रुपये से शुरू होता था. आरोप है कि इस बेटिंग प्लेटफॉर्म पर मौजूद बेटिंग ऑप्शंस इस तरह डिजाइन किए गए थे कि खेलने वाला हमेशा अपने पैसे गंवाता और कंपनी हमेशा फायदे में रहती. हालांकि हारने के बावजूद खिलाड़ियों को कुछ पैसे दे दिए जाते. ऐसे में लोगों को इसकी लत लग जाती है.

क्‍या है ₹5,000 करोड़ का स्‍कैम?

महादेव बुक कंपनी पर अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को नए यूजर्स दिलाने, बेनामी बैंक खातों के संचालन, पैसों की हेराफेरी और हवाला कारोबार चलाने के आरोप हैं. महादेव ऐप को उसके प्रमोटर गेमिंग ऐप बताते हैं, लेकिन जांच एजेंसी को पहले से शक था कि इसके जरिए सट्टेबाजी और गैरकानूनी कामों को अंजाम दिया जाता है.

मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ED ने जब महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप की जांच शुरू की थी तो करोड़ों रुपये के गड़बड़झाले की बात सामने आई. जांच एजेंसियों को शक है कि ये स्‍कैम 5,000 करोड़ रुपये से ज्‍यादा का भी हो सकता है.

ED ने अगस्‍त में चार आरोपियों (सुनील और अनिल दमानी, ASI चंद्र भूषण वर्मा और सतीश चंद्राकर) को गिरफ्तार किया था. चारों आरोपी रायपुर के रहने वाले हैं. चारों पर हवाला नेटवर्क के जरिये मनी लॉन्ड्रिंग और स्‍कैम को पुलिस की कार्रवाई से बचाने में मदद करने के आरोप हैं. खबरों के अनुसार, रैकेट का भंडाफोड़ नहीं किए जाने के एवज में छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों को भी मोटी रकम दी जाती थी.

पिछले महीने सितंबर में भी ED ने मामले की जांच करते हुए कोलकाता, भोपाल, मुंबई समेत देश के विभिन्न शहरों में छापेमारी की थी. इस दौरान 417 करोड़ की संपत्ति फ्रीज और अटैच की गई और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया.

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इस स्‍कैम के पीछे कौन लोग हैं?

महादेव बुक बेटिंग ऐप को शुरू करनेवालों में 28 वर्षीय सौरभ चंद्राकर मुख्‍य नाम है, जिसका सहयोगी है- 43 वर्षीय रवि उप्‍पल. उप्पल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट बताया जाता है, जबकि चंद्राकर की शैक्षणिक योग्यता के बारे में जानकारी नहीं है.

दोनों छत्तीसगढ़ के भिलाई के रहने वाले हैं और करीब 2 साल से दुबई में रहते हुए वहीं से अपना कारोबार चला रहे हैं. महादेव ऑनलाइन बुक के दोनों मुख्य प्रमोटर कंपनी के मुनाफे का 80% हिस्सा अपने पास रखते हैं.

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सौरभ चंद्राकर के बारे में कहा जाता है कि पहले वो भिलाई में जूस की दुकान चलाता था और बाद में अपनी पहचान बढ़ाकर वो सट्टेबाजी के धंधे में उतर गया. अपनी ब्‍लैक मनी को व्‍हाइट करने के लिए उसने महादेव ऐप बनाया और फिर गेमिंग की आड़ में उससे भी काली कमाई करने लगा.

इसी साल फरवरी में सौरभ चंद्राकर ने दुबई में शादी की थी और चर्चाओं के अनुसार, शादी में 200 करोड़ रुपये खर्च किए थे. उसकी शादी में उसने कई बॉलीवुड सितारों को परफॉर्म करने के लिए बुलाया था. इस शादी में कई सारे सेलिब्रिटीज शामिल हुए थे. आरोप है कि इन सभी को कैश में भुगतान किया गया.

अब आगे क्‍या होगा?

महादेव ऐप का हवाला सिंडिकेट भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में एक्टिव होने का शक है. कुछ दिन पहले ED ने इस ऐप के पाकिस्तान कनेक्शन का भी खुलासा किया था. आरोप है कि इसके जरिये पाकिस्तान के हवाला ऑपरेटरों से भी करोड़ों का लेनदेन किया जाता था.

फिलहाल शुक्रवार को रणबीर कपूर से पूछताछ की जाएगी. वहीं इस मामले में कई अन्‍य सेलिब्रिटीज और सोशल मीडिया इंफ्लुएंशर्स से भी पूछताछ की जा सकती है. ED इस ऐप से जुड़े कैश और बैंक ट्रांजैक्‍शन समेत तमाम कनेक्‍शंस की जांच कर रहा है.

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