PPF में निवेश से टैक्स बचत के साथ-साथ 15 साल में कितना पैसा बनेगा?

PPF अकाउंट में लॉन्ग टर्म की बचत डिसिप्लिन सुनिश्चित करने के लिए विड्रॉल रिस्ट्रिक्शन होते हैं.

Source: Canva

रिटायरमेंट के बाद जिंदगी का गुजर कैसे होगा? अगर ये सवाल आपके भी मन में आता है तो पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) आपके लिए एक अच्छा और भरोसेमंद निवेश विकल्प हो सकता है. 1968 में PPF की शुरुआत के बाद से ही भारत में ये एक भरोसेमंद निवेश विकल्प रहा है. PPF टैक्स बचत का लाभ उठाते हुए रिटायरमेंट फंड बनाने का एक सुरक्षित तरीका है. साथ ही अगर आप गारंटीड रिटर्न के साथ रिस्क-फ्री निवेश विकल्प की तलाश में हैं, तो PPF अकाउंट खोलना आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है.

क्या है PPF अकाउंट?

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) अकाउंट एक लॉन्ग टर्म निवेश है जो टैक्स लाभ के साथ-साथ आकर्षक ब्याज दर भी देता है. PPF अकाउंट पर मिलने वाला रिटर्न और ब्याज पूरी तरह से टैक्स-फ्री होता है. निवेशक सेक्शन 80C के तहत डिपॉजिट राशि पर डिडक्शन का दावा कर सकते हैं, जिससे ये एक लोकप्रिय टैक्स-फ्री विकल्प बन जाता है.

PPF में आप मिनिमम 500 रुपये/साल से निवेश शुरू कर सकते हैं, जबकि मैक्सिमम एनुअल कंट्रीब्यूशन 1.5 लाख रुपये है.

PPF अकाउंट के फीचर्स

  • ब्याज दर: 7.1%/वर्ष (पीरियोडिक रिवीजन के तहत)

  • मिनिमम निवेश: 500 रुपये/वर्ष

  • मैक्सिमम निवेश: 1.5 लाख रुपये/वर्ष

  • अवधि: 15 वर्ष (5 वर्षों के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है)

  • रिस्क प्रोफाइल: सुरक्षित

  • टैक्स लाभ: 1.5 लाख रुपये तक के डिपॉजिट पर 80C के तहत डिडक्शन

कौन खोल सकता है PPF अकाउंट?

  • रेजिडेंट इंडियन एडल्ट: कोई भी भारतीय रेजिडेंट अपने नाम से PPF अकाउंट खोल सकता है.

  • माइनर या डिपेंडेंट व्यक्तियों के लिए अभिभावक: माता-पिता या कानूनी अभिभावक माइनर या डिपेंडेंट की ओर से PPF अकाउंट खोल सकते हैं.

  • प्रति व्यक्ति एक अकाउंट: एक व्यक्ति केवल एक ही PPF अकाउंट रख सकता है, जिसे बैंक या पोस्ट ऑफिस में खोला जा सकता है.

मैच्योरिटी के बाद क्या होता है?

15 साल की अवधि पूरी होने के बाद, PPF अकाउंट होल्डर के पास कई विकल्प होते हैं:

मैच्योरिटी अमाउंट निकाल सकते हैं: बैंक या पोस्ट ऑफिस में अकाउंट बंद करने की रिक्वेस्ट और पासबुक जमा करके पैसा निकाला जा सकता है.

अतिरिक्त डिपॉजिट के बिना जारी रखें: अकाउंट होल्डर अकाउंट में मौजूद अमाउंट को मौजूदा PPF रेट पर ब्याज लेते जारी रख सकता है. साथ ही अकाउंट होल्डर जरूरत के मुताबिक अमाउंट निकाल सकता हैं, जिसकी लिमिट हर वित्तीय वर्ष (FY) में एक बार है.

अकाउंट को पांच साल के ब्लॉक में बढ़ा सकते हैं: मैच्योरिटी के एक साल के अंदर-अंदर एक्सटेंशन रिक्वेस्ट देकर अकाउंट को पांच साल के लिए कितनी भी बार बढ़ाया जा सकता है.

15 साल में कितना कमा सकते हैं?

PPF निवेश पर आपका रिटर्न आपके डिपॉजिट पर निर्भर करता है। आप इस उदाहरण से समझ सकते हैं

सिनेरियो 1: 2,000 रुपये/महीना

  • एनुअल निवेश: 24,000 रुपये

  • कुल निवेश (15 साल): 3,60,000 रुपये

  • ब्याज कमाया: 2,90,913 रुपये

  • मैच्योरिटी अमाउंट: 6,50,913 रुपये

सिनेरियो 2: 3,000रुपये/महीना

  • एनुअल निवेश: 36,000 रुपये

  • कुल निवेश (15 साल): 5,40,000 रुपये

  • ब्याज कमाया: 4,36,370 रुपये

  • मैच्योरिटी अमाउंट: 9,76,370 रुपये

सिनेरियो 3: 4,000 रुपये/ महीना

  • एनुअल निवेश: 48,000 रुपये

  • कुल निवेश (15 साल): 7,20,000 रुपये

  • ब्याज कमाया: 5,81,827 रुपये

  • मैच्योरिटी अमाउंट: 13,01,827 रुपये

सिनेरियो 4: 5,000 रुपये/ महीना

  • एनुअल निवेश: 60,000 रुपये

  • कुल निवेश (15 साल): 9,00,000 रुपये

  • ब्याज कमाया: 7,27,284 रुपये

  • मैच्योरिटी अमाउंट: 16,27,284 रुपये

साथ ही ये भी जानना जरूरी है कि PPF  अकाउंट में लॉन्ग टर्म की बचत डिसिप्लिन सुनिश्चित करने के लिए विड्रॉल  रिस्ट्रिक्शन होते हैं.  

Also Read: किसानों के लिए अच्छी खबर; सरकार ने प्याज पर लगने वाली 20% एक्सपोर्ट ड्यूटी वापस ली