अक्टूबर महीने में भारतीय शेयर बाजार में जो करेक्शन देखने को मिला, उससे दिग्गज फंड मैनेजर आनंद राठी को कोई चिंता नहीं होती है, क्योंकि उनका मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की ताकत लॉन्ग टर्म विकास के लिए अच्छा संकेत है. उन्होंने अपने चुनिंदा सेक्टर्स भी बताए, जहां पर वो अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद देखते हैं.
अस्थिरता बाजार का हिस्सा है: आनंद राठी
अक्टूबर का महीना भारतीय बाजारों के लिए अच्छा नहीं गुजरा, क्योंकि दोनों बेंचमार्क, निफ्टी और सेंसेक्स 5% से गिरे हैं. NDTV प्रॉफिट से बातचीत के दौरान आनंद राठी वेल्थ के फाउंडर आनंद राठी ने कहा कि बाजार अर्थव्यवस्था को दर्शाता है, जो 7% की ग्रोथ, महंगाई और ब्याज दरों में गिरावट के साथ बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही है. मुझे बाजार पर संदेह नहीं है क्योंकि अस्थिरता इसका हिस्सा है.
आनंद राठी ने कहा कि दुनिया भर में आर्थिक अनिश्चितता के बीच भारत 'विकास का द्वीप' है और हाल के दिनों में जो विदेशी संस्थागत निवेशकों का पैसा निकला है, वो अस्थायी है. उन्होंने कहा, FPIs आते हैं और चले जाते हैं, लेकिन लंबे समय तक वे (भारत में) बने रहेंगे'.
उन्होंने तेजी से बढ़ते रिटेल निवेशकों के बारे में भी कहा कि लोग निवेश और एसेट क्लास के बारे में अधिक शिक्षित हो रहे हैं. लंबी अवधि में, एसेट क्लास के रूप में इक्विटी अच्छा प्रदर्शन करेगी. धन का आकार बढ़ रहा है.
आनंद राठी ने कहा, 'लोग रियल एस्टेट और सोने की ओर जाते थे, अब लोगों को एहसास हुआ है कि उनके अलावा इक्विटी भी अच्छा रिटर्न देती है'. उन्होंने बैंकिंग, NBFC, FMCG, फार्मा और इंफ्रा पर अपना तेजी का रुख बरकरार रखा.