विकसित भारत की नींव रखने वाला होगा बजट, दल की राजनीति से ऊपर उठकर काम करे विपक्ष: PM मोदी

PM मोदी ने कहा कि ये बजट सत्र है, और मैं देशवासियों को जो गारंटियां देता रहा हूं, क्रमश: रूप से उन गारंटियों को जमीन पर उतारना इस लक्ष्‍य को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं.

Source: Sansad TV

आज से संसद के बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है, इसके पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद भवन के परिसर में मीडिया को संबोधित किया, उन्होंने एक तरफ विकसित भारत के लक्ष्य को हासिल करने की बात दोहराई तो दूसरी तरफ विपक्ष को भी आड़े हाथों लिया.

विकसित भारत की नींव रखेगा बजट: PM मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि 60 साल बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि कोई सरकार लगातार तीसरी बार सत्ता में वापस आई हो और तीसरी पारी का पहला बजट रखने को सौभाग्य प्राप्त हो. ये बहुत गर्व का विषय है. उन्होंने कहा कि देश बहुत बारीकी से देख रहा है कि संसद का ये सत्र सकारात्‍मक हो, सृजनात्‍मक हो, और देशवासियों को सिद्ध करने के लिए एक मजबूत नींव रखने वाला हो.

PM मोदी ने कहा कि ये बजट सत्र है, और मैं देशवासियों को जो गारंटियां देता रहा हूं, क्रमश: रूप से उन गारंटियों को जमीन पर उतारना इस लक्ष्‍य को लेकर हम आगे बढ़ रहे हैं. ये बजट अमृतकाल का महत्‍वपूर्ण बजट है. हमें 5 साल का जो अवसर मिला है, आज का बजट हमारे 5 साल के कार्यकाल की दिशा भी तय करेगा, और 2047 जब आजादी के 100 साल होंगे, तब की विकसित भारत की नींव रखने का काम करेगा.

3 साल से 8% की ग्रोथ: PM मोदी 

उन्होंने कहा कि हर देशवासी के लिए एक गर्व की बात है कि भारत बड़ी इकोनॉमी वाले देशों में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाला देश है. बीते तीन सालों में लगातार 8% की ग्रोथ के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं. आज भारत में पॉजिटिव आउटलुक, इंवेस्टमेंट और परफॉर्मेंस, एक तरह से अवसरों की चोटी पर है, ये अपने आप में भारत की विकास यात्रा का एक अहम पड़ा है.

उन्होंने सभी सांसदों से अपील की कि, हम बीती जनवरी से लेकर, जितना सामर्थ्य था, जितनी लड़ाई लड़नी थी लड़ ली, जनता को जो बात बतानी थी, बता दी, किसी ने राह दिखाने का प्रयास किया तो किसी ने गुमराह करने का प्रयास किया. लेकिन अब वो दौर खत्म हो चुका है, देशवासियों ने अपना फैसला दे दिया है. अब चुने हुए सभी सांसदों का कर्तव्य है, राजनीतिक दलों की विशेष जिम्मेदारी है, कि हमने दल के लिए जितनी लड़ाई लड़नी थी लड़ ली, अब आने वाले 5 वर्ष के लिए हमें देश के लिए लड़ना है, देश के लिए जूझना है, एक और नेक बनके जूझना है.

विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जनवरी 2029, जब चुनाव का वर्ष होगा, आप (विपक्ष) जाइए मैदान में, वो 6 महीने जो खेल खेलने हैं खेल लीजिए, लेकिन तबतक सिर्फ देश और देश के गरीब, देश के युवा, देश के किसान और देश की महिलाएं. उनके सामर्थ्य के लिए जनभागीदारी का एक आंदोलन खड़ा करके, 2047 में विकसित भारत के सपने को पूरा करने के लिए साथ मिलकर काम करें.

ढाई घंटे तक PM को बोलने नहीं दिया गया: PM मोदी

PM मोदी ने कहा कि मुझे बहुत दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि 2014 के बाद कोई सांसद 5 साल के लिए आए, कुछ सांसदों को 10 साल के लिए मौका मिला, लेकिन बहुत से सांसद ऐसे थे, जिन्हें अपने क्षेत्र की बात करने का मौका नहीं मिला. क्योंकि कुछ दलों की नकारात्मक राजनीतिक ने देश के संसद के महत्वपूर्ण समय को एक तरह से अपनी राजनीतिक विफलताओं को ढांकने के लिए दुरुपयोग किया है.

PM मोदी ने कहा कि नई संसद के गठन होने के बाद जब पहला सत्र था, 140 करोड़ देशवासियों ने बहुमत के साथ जिस सरकार को सेवा करने का बहुमत दिया, उसकी आवाज को कुचलने का अलोकतांत्रिक प्रयास किया गया.ढाई घंटे तक देश के प्रधानमंत्री का गला घोंटने का, उनकी आवाज को रोकने का, उनकी आवाज को दबाने का प्रयास किया गया, इसका लोकतांत्रिक परंपराओं में कोई स्थान नहीं हो सकता है. इसका उन्हें कोई पछतावा तक नहीं है.

मैं कहना चाहतूा हूं कि हमें देश ने यहां, देश के लिए भेजा है, दल के लिए नहीं भेजा है. PM मोदी ने कहा कि विरुद्ध विचार बुरे नहीं होते हैं, नकारात्मक विचार बुरे होते हैं. जहां सोचने की सीमाएं समाप्त हो जाती है, देश को नकारात्मकता की जरूरत नहीं है.