वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना 8वां और मोदी 3.0 का तीसरा और दूसरा फुल बजट पेश कर दिया है. वित्तमंत्री ने सबको कुछ न कुछ देने की कोशिश की है. वित्तमंत्री ने बजट के लक्ष्य को हासिल करने के लिए वित्तीय कंसोलिडेशन और कैपिटल एक्सपेंडिचर पर खासा जोर दिया. हालांकि उनसे उम्मीद भी कुछ ऐसी ही थी. पहले के बजट की तरह इस बार भी इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर काफी है, ये इकोनॉमी में मल्टिप्लायर इफेक्ट का काम करता है.
वित्तीय घाटे पर लगाम
कारोबारी साल FY26 के लिए सरकार ने 4.4% वित्तीय घाटे का लक्ष्य रखा है. यही नहीं सरकार ने FY25 में 5.1% के वित्तीय घाटे के लक्ष्य में भी संशोधन किया है और इसे 4.8% रखा है. सरकार ने साफ कर दिया है कि वो अनाप-शनाप खर्च नहीं करेगी.
सरकार ने पिछले कुछ सालों में वित्तीय घाटे पर कड़ा नियंत्रण रखा है. FY21 में वित्तीय घाटा बढ़कर 9.2% हो गया है, हालांकि ये साल कोविड का भी था. मगर सरकार ने इसके बाद इस पर काफी नियंत्रण किया है और इसे कम करके 4.4% तक ला दिया है.
तेज ग्रोथ के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर पर फोकस
सरकार ने एक बार फिर तेज इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए कैपिटल एक्सपेंडिचर पर फोकस किया है. कारोबारी साल FY26 के लिए ₹11.2 लाख करोड़ कैपिटल एक्सपेंडिचर का लक्ष्य रखा है. हालांकि मौजूदा कारोबारी साल में 11.1 लाख करोड़ रुपये के लक्ष्य की जगह सिर्फ 10.18 लाख करोड़ रुपये कैपिटल एक्सपेंडिचर रहा.
कैपिटल एक्सपेंडिचर का पैसा सड़क जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर पर होता और ये इकोनॉमी में मल्टिप्लायर इफेक्ट का काम करता है, यानी एक रुपये का निवेश GDP में 4 रुपये तक का योगदान देता है.
सरकार का बही-खाता (FY25)
FY25 में कुल रिसीप्ट्स ₹31.47 लाख करोड़
FY25 में टैक्स से आय ₹25.5 लाख करोड़
FY25 में वित्तीय घाटा 4.8% रहा
FY25 में कैपिटल एक्सपेंडिचर ₹10.18 लाख करोड़ रहा
सरकार का बही-खाता (FY26)
FY26 में कुल रिसीप्ट्स ₹34.96 लाख करोड़
FY26 में कुल खर्च ₹50.65 लाख करोड़
FY26 में कुल टैक्स आय ₹28.37 लाख करोड़ का अनुमान
FY26 में वित्तीय घाटा 4.4% रखने का लक्ष्य
FY26 में बाजार से नेट उधारी ₹11.54 लाख करोड़
FY26 में बाजार से कुल उधारी ₹14.82 लाख करोड़
FY26 के लिए ₹11.2 लाख करोड़ कैपिटल एक्सपेंडिचर का लक्ष्य