नए साल में 10 लाख नई नौकरियां, जानिये कौन-से क्षेत्र हैं डिमांड में

रोजगार बाजार के लिए नया साल कई अच्छे समाचारों के साथ तैयार है, क्योंकि कंपनियां साल 2016 में 10 लाख से अधिक नई नौकरियां देने को तैयार हैं और सही प्रतिभाओं को 10-30 प्रतिशत की वेतन वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।

प्रतीकात्मक फोटो

रोजगार बाजार के लिए नया साल कई अच्छे समाचारों के साथ तैयार है, क्योंकि कंपनियां साल 2016 में 10 लाख से अधिक नई नौकरियां देने को तैयार हैं और सही प्रतिभाओं को 10-30 प्रतिशत की वेतन वृद्धि की उम्मीद की जा रही है।

नियुक्तियों में मदद करने वाले तथा मानव संसाधन विशेषज्ञों का मानना है कि नियुक्ति गतिविधियों के लिहाज से 2015 में तेजी का रुख रहा और अनुकूल आर्थिक वृद्धि दर अनुमान तथा खुदरा, वित्त व प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में स्टार्टअप के आने से यह तेजी आने साल में भी बने रहने की उम्मीद है। इसी के साथ नई वैश्विक कंपनियों के आने से रोजगार बाजार को और बल मिल सकता है। ये नई कंपनियां विनिर्माण क्षेत्र के साथ-साथ उन क्षेत्रों में आ सकती हैं, जिन्हें हाल ही में विदेशी निवेश के लिए खोला गया है।

पोर्टल मायहायरिंगक्लब तथा जॉबपोर्टल के सीईओ राजेश कुमार ने कहा, भारत का संगठित क्षेत्र कैलेंडर वर्ष 2016 में लगभग 10 लाख नए रोजगार सृजित करने को तैयार है। इसके साथ ही देश में वेतन वृद्धि तथा बोनस भी इस आकलन सत्र में दहाई अंक में रहने की उम्मीद है।

नियुक्ति पोर्टल मायहायरिंगक्लब के एक नए सर्वेक्षण के अनुसार, ज्यादातर नियोक्ता 2016 में अपनी नियुक्ति योजनाओं को लेकर आशान्वित हैं। यह सर्वे 12 प्रमुख शहरों में 12 औद्योगिक क्षेत्रों की 5,480 कंपनियों पर आधारित है। टाइम्सजॉब्स पोर्टल के रोजगार परिदृश्य 2016 सर्वेक्षण के अनुसार, देशभर में लगभग 60 प्रतिशत नियोक्ता संगठनों ने नियुक्तियों को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया है। यह सर्वे 1,614 नियोक्ताओं पर आधारित है।

टाइम्सजॉब्स के सीओओ विवेक मधुकर ने कहा, सरकार द्वारा डिजिटल इंडिया व मेक इन इंडिया कार्यक्रमों पर जोर दिए जाने के बीच 2016 में प्रौद्योगिकी व विनिर्माण क्षेत्रों में श्रमबल की मांग बढ़ने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि इकामर्स तथा स्टार्टअप (नई कंपनियां) इस साल बड़ी संख्या में नई नौकरियां देंगे।

इसी तरह मानव संसाधन विशेषज्ञों का मानना है कि नए साल में कर्मचारियों के वेतन में अच्छी खासी वृद्धि देखने को मिलेगी। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के कार्यान्वयन का असर भी निजी क्षेत्र पर पड़ेगा। ग्लोबलहंट के प्रबंध निदेशक सुनील गोयल ने कहा, साल 2016 में औसत वेतन वृद्धि 12-14 प्रतिशत रहेगी जबकि प्रमुख प्रदर्शन करने वालों के वेतन में 25-30 प्रतिशत की वृद्धि हो सकती है।

लेखक Bhasha
जरूर पढ़ें
1 बाजार में रही तेजी, निफ्टी 22,450 के करीब बंद; अधिकतर सेक्टर चढ़े
2 Explainer: AI के बाद अब AGI क्या है? इसके नफा-नुकसान क्या हैं?
3 देश के विकास में प्राइवेट सेक्‍टर को पार्टनर मानती है सरकार, CII समिट में बोलीं वित्त मंत्री सीतारमण
4 Lok Sabha Elections 2024: 20 मई को पांचवे चरण में 49 सीटों पर मतदान, मुंबई की सभी सीटों पर होगी वोटिंग