चीन के जाने- माने लीको (LeEco) समूह के सीईओ और अरबपति जिया युएतिंग (Jia Yueting) ने अपने स्टाफ को लिखे पत्र में लिखा है कि समूह नकदी की भारी कमी से जूझ रहा है और कुछ ज्यादा ही तेजी से बहुत सारी दिशाओं/क्षेत्रों में अपना कारोबार फैला भी रहा है. बता दें कि लीको ने इलेक्ट्रिक कारों से लेकर स्मार्टफोन्स जैसी अत्याधुनिक तकनीकी प्रॉडक्ट मैन्युफैक्चरिंग की दुनिया में निवेश किया हुआ है.
लीको के इलेक्ट्रिक वाहनों की फील्ड में कारोबार को वित्तीय मदद देने के लिए जिया की बहन ने कंपनी में अपने शेयर्स बेच दिए थे और जिया को ब्याज-रहित धन दिया था. जिया ने खुद भी कंपनी में अपने कुछ शेयर्स बेच दिए थे. कंपनी ने कहा था कि वह पूर्वी चीन में इलेक्ट्रिक कार प्लांट के लिए 2 बिलियन डॉलर का निवेश करेगी.
जिया ने कहा कि वह और उनकी प्रबंधन टीम हालात की पूरी जिम्मेदारी लेती हैं और वह अपनी सालाना सैलरी में भारी कटौती करते हुए नाममात्र की सैलरी यानी 1 युआन (15 सेंट) लेंगे. भारतीय मुद्रा में बात करें तो यह होगा 10 रुपए.
जिया युएतिंग तकनीक की दुनिया के दिग्गज इलोन मस्क की टेस्ला मोटर्स इंक जैसी कंपनियों को भी टक्कर देना चाहते हैं. उन्होंने रॉयटर्स को भेजे लेटर में लिखा है कि 'अभूतपूर्व दर' से कारोबार का विस्तार करने के बाद कंपनी 'बिग कंपनी डिजीज' यानी बड़ी कंपनियों को होने वाले रोग से ग्रसित हो गई है.
लेटर के जरिए कंपनी की कार से लेकर मनोरंजन के क्षेत्र में पांव फैलाने की महत्वाकांक्षाओं का भी पता चलता है. कभी नामालूम की फर्म पिछले कुछ सालों में चीनी बाजारों में धमाल मचा रही है. जिया विदेशी बाजारों में जिनमें अमेरिकी बाजार भी शामिल हैं, में जोर लगा रही है.
जिया की टिप्पणियों के बाद इसकी टीवी सब्सिडियरी लेशी इंटरनेट इंफोर्मेशन एंड टेक्नॉलजी कॉर्प के शेयरों में 4.7 फीसदी की गिरावट देखी गई. जिया ने कहा कि कंपनी को यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि इसका वित्तीय धड़ा कैश की बढ़ती जरूरतों को पूरा कर पाने में समर्थ है और चेताया कि लीको का संगठनात्मक ढांचा फर्म के तेज विकास के साथ तालमेल नहीं बिठा पा रहा है. जिया ने लिखा- हम बड़ी कंपनियों की होने वाली बीमारी के लक्षण दिखाने लगे हैं जैसे कि व्यक्तिगत प्रदर्शन में कमी और संगठनात्मक अतिरेक. हम पूंजीगत नियंत्रण और दक्ष ऑपरेशन को फिर से स्थापित करने के लिए लागत कम करेंगे.