ह्युंदई के लिए भारतीय बाजार बहुत बड़ा, ग्लोबल सेल्स में इंडियन मार्केट का एक-चौथाई योगदान

कंपनी की ओर से गुरुवार को जारी एक बयान के मुताबिक ह्युंदई मोटर कंपनी लिमिटेड की ग्लोबल बिक्री अप्रैल 2024 में 3.3% बढ़कर 345,840 यूनिट्स पर पहुंच गई है.

Source: NDTV Profit

अब ह्युंदई की चार कारों की ग्लोबल बिक्री में से एक की बिक्री भारत में होती है. कंपनी की ओर से गुरुवार को जारी एक बयान के मुताबिक ह्युंदई मोटर कंपनी (Hyundai Motor) लिमिटेड की ग्लोबल बिक्री अप्रैल 2024 में 3.3% बढ़कर 345,840 यूनिट्स पर पहुंच गई है. लेकिन क्या बात ध्यान देने वाली है कि भारत का वॉल्यूम दक्षिण कोरिया के समान है जो उसका घरेलू बाजार है.

दक्षिण कोरिया में ह्युंदई की बिक्री घटी

दक्षिण कोरिया में कार मैन्युफैक्चरर कंपनी ने 63,733 यूनिट्स की बिक्री है. ये सालाना 4.4% की गिरावट दिखाता है, जबकि भारत में ह्युंदई की सेल्स वॉल्यूम सालाना 10% बढ़कर 63,701 यूनिट्स पर पहुंच गई. इसमें स्थानीय तौर पर बेची गईं 50,201 कारें और निर्यात के लिए बनाईं गईं 13,500 कारें शामिल हैं.

1 मई को एक बयान में कंपनी के भारतीय कारोबार के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर तरुण गर्ग ने कहा कि अप्रैल 2024 में ह्युंदई मोटर इंडिया ने घरेलू बिक्री में लगातार चौथे महीने 50,000 से ज्यादा यूनिट्स का आंकड़ा हासिल किया. उन्होंने कहा कि SUVs ने घरेलू बिक्री में 67% का योगदान दिया है. इसमें क्रेटा, वेन्यू और एक्सटर से बड़ा फायदा मिला.

ह्युंदई मोटर ने इस पर सहमति दी है. 2 मई को जारी बयान के मुताबिक उत्तर और दक्षिण अमेरिका में कंपनी का मजबूत सेल्स मोमेंटम रहा है. दक्षिण कोरिया के बाहर बिक्री अप्रैल में 5.2% बढ़कर 282,107 यूनिट्स पर पहुंच गई है.

कंपनी के मुताबिक दक्षिण कोरिया में ह्युंदई मोटर ने अप्रैल में 63,733 यूनिट्स की बिक्री है. इसमें पिछले साल के समान महीने के मुकाबले 4.4% की गिरावट आई. सेल्स डेटा अहम है खासतौर पर जब कंपनी ने IPO के लिए SEBI में अर्जी दी है.

IPO से ह्युंदई को विस्तार में मिलेगी मदद

जुटाई गई रकम के हिसाब से ये भारत के सबसे बड़े IPO हो सकता है. इस ऑफर में कंपनी के 17.5% या 14.2 करोड़ शेयर जारी किए जाएंगे. ये पूरी तरह OFS यानी ऑफर फॉर सेल होगा. IPO के लिए सिटी, HSBC, कोटक, मॉर्गन स्टैनली मर्चेंट बैंकर्स होंगे. इसके लिए इन्वेस्टर रोडशो अगस्त में शुरू किए जा सकते हैं.

ह्युंदई इंडिया के IPO से देश में कंपनी की विस्तार की योजनाओं को बढ़ावा मिलेगा. कंपनी ने 25 से ज्यादा साल से कंपनी में काम किया है. भारत दुनिया में तीसरी सबसे बड़े ऑटो मार्केट के तौर पर उभरकर सामने आया है. उसने जापान को पीछे छोड़ दिया है. लिस्टिंग से भारतीय यूनिट की फंड्स के लिए उसकी पेरेंट फर्म पर निर्भरता घटेगी.

रॉयटर्स के मुताबिक S&P ग्लोबल मोबिलिटी के गौरव वंगाल ने कहा कि भारतीय बाजार के लिए स्थानीय प्रोजेक्ट्स के लिए पैसे जुटाए जाएंगे. ह्युंदई बाजार को समझती है.