ह्युंदई भारतीय बाजार, खासतौर पर उभरते इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेगमेंट पर बड़ा दांव लगा रही है.
कंपनी 3.3 बिलियन डॉलर के भारत के सबसे बड़े IPO (Hyundai India IPO) की तैयारी कर रही है. ये 2022 में आए LIC के 2.7 बिलियन डॉलर के IPO को भी पार कर गया है. कंपनी का IPO सब्सक्रिप्शन के लिए 15 अक्टूबर को खुलेगा और 17 अक्टूबर को बंद होगा.
ह्युंदई इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर उंसू किम ने माना कि भारत में कंपनी लंबे वक्त से सफलता के नए मुकाम हासिल कर रही है. उन्होंने स्थानीय पहुंच को और बेहतर करने की योजना पर भी बात की.
भारत दुनिया के सबसे अहम ऑटो मार्केट्स में से एक है. यहां 26 साल सफलता के साथ पूरे करने के बाद अब हमें अपने ऑपरेशंस का ज्यादा भारतीयकरण करने की जरूरत है: उंसू किम, ह्युंदई इंडिया MD
EV इकोसिस्टम का विस्तार
ह्युंदई की योजना कुछ नए EV मॉडल लॉन्च करने की है. जिसके सपोर्ट के लिए अच्छी सप्लाई चेन और लोकलाइज्ड प्रोडक्शन डेवलप करने की योजना है.
ह्युंदई के EV पुश का मुख्य फोकस जल्द लॉन्च होने वाली क्रेटा EV है. कार 2025 में लॉन्च हो सकती है. ये अलग-अलग प्राइस सेगमेंट के भीतर तमाम तरह की EVs लॉन्च करने की स्ट्रैटेजी का हिस्सा है. कंपनी के पास पहले ही बाजार में IONIQ 5 और कोना इलेक्ट्रिक मॉडल्स मौजूद हैं.
कंपनी के COO तरुण गर्ग ने कहा, 'कंपनी ऑटो मार्केट में विविधता के साथ मौजूद है और तमाम तरह की तकनीकों तक ह्युंदई की पहुंच है. इनमें पेट्रोल से लेकर हाइड्रोजन फ्यूल सेल्स और अब EVs शामिल हैं.'
भारत में हम सिर्फ कार बेचने के लिए नहीं, बल्कि एक पूरा इकोसिस्टम बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. हम EV चार्जिंग इंफ्रा और हमारी सप्लाई चेन के स्थानीयकरण के लिए भारी निवेश कर रहे हैं, ताकि हम अपने ऑपरेशंस को ज्यादा सस्टेनेबल और फायदेमंद बना सकेंतरुण गर्ग, ह्युंदई COO
वहीं ह्युंदई इंडिया के MD उंसू किम ने कहा, 'भारत एकमात्र देश है, जहां हम 2030 तक EV की मजबूत ग्रोथ का अनुमान लगा रहे हैं, इसकी बड़ी वजह सरकार द्वारा उठाए गए अहम कदम हैं.'
किम ने कहा, 'भारत सरकार का इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और क्लीनर एनर्जी की तरफ पुश है, ह्युंदई की EV स्ट्रैटेजी 2030 तक देश में 30% EV हिस्सेदारी पहुंचाने के सरकार के लक्ष्य से मेल खाती है. हम अपनी ग्लोबल EV स्ट्रैटेजी में भारत को एक अहम हिस्सा बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं.'
EV में ह्युंदई के एग्रेसिव पुश को मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी में इजाफे से सपोर्ट मिला है. कंपनी ने IPO से हासिल होने वाले फंड के एक हिस्से को EV इकोसिस्टम के निर्माण के लिए लगाने का फैसला लिया है. हालांकि ये कितना अमाउंट होगा, अब तक ये साफ नहीं है.
उभरते बाजार के तौर पर भारत की भूमिका
गर्ग ने कहा, 'हम ह्युंदई इंडिया को मिडिल ईस्ट, अफ्रीका, साउथ एशिया और लैटिन अमेरिका जैसे देशों में उभरते बाजारों के लिए ह्युंदई इंडिया को प्रोडक्शन हब के तौर पर गढ़ रहे हैं.'
किम ने भारत के बदलते मार्केट डायनामिक्स पर कहा, 'हम भारत में मौजूदा मौकों से उत्साहित हैं. उदाहरण के लिए SUV मार्केट ने जबरदस्त ग्रोथ दिखाई है. हमारे मॉडल्स ने इस सफलता में अहम भूमिका निभाई है.'
15 अक्टूबर को ह्युंदई इंडिया का IPO खुलेगा, जो 17 अक्टूबर को बंद होगा. इससे जुटाए गए पैसे से भारत के EV मार्केट में निवेश को आगे और मदद मिलेगी, जिससे प्रोडक्शन कैपेसिटी का विस्तार होगा. ताकि ये सुनिश्चित हो पाए कि देश के टॉप ऑटोमोटिव प्लेयर के तौर पर ह्युंदई अपनी कंपिटीटिव धार बरकरार रख सके.
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ह्युंदई इंडिया की टॉप मैनेजमेंट के साथ इंटरव्यू यहां देखें