Maruti Suzuki 43rd AGM: इलेक्ट्रिक कारें हमारी प्राथमिकता, लेकिन छोटी कारें देश की जरूरत: आर सी भार्गव

कंपनी की योजना साल 2030 तक अपने कुल उत्पादन 40 लाख गाड़ियों में से 20% का एक्सपोर्ट करने की है.

Source: NDTV

'मारुति सुजुकी के लाइन-अप में साल 2030 तक 6 इलेक्ट्रिक कारें होंगी, हालांकि कंपनी का इरादा अपनी कारों की पूरी रेंज को इलेक्ट्रिक में बदलने का कतई नहीं है.'

मारुति सुजुकी की 43वीं AGM (Maruti Suzuki 43rd AGM) में कंपनी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने ये बात कही है. उन्होंने AGM में बताया कि इलेक्ट्रिक कारें मारुति सुजुकी के लिए प्राथमिकता में हैं और सेगमेंट की पहली कार कुछ महीनों में प्रोडक्शन के लिए जाएगी.

आर सी भार्गव ने कहा कि FY2024 मारुति सुजुकी के इतिहास में सबसे अच्छा साल रहा है. उन्होंने इस दौरान FY25 के लिए 125 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड का भी प्रस्ताव दिया. FY25 में

एक्सपोर्ट 3 लाख यूनिट से ज्यादा होने का भी दावा किया. उन्होंने कहा कि भारत में बनी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स यूरोप, अमेरिका और जापान एक्सपोर्ट की जाएंगी. फ्रॉंक्स जापान में पहले से ही एक्सपोर्ट की जा रही है.

'छोटी कारों को लेकर प्रतिबद्ध हैं'

देश में लगातार छोटी कारों की घटती डिमांड को लेकर देश की सबसे बड़ी कार कंपनी के चेयरमैन आर सी भार्गव ने भारत में छोटी कारों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है और कहा है कि 'मांग में किसी भी तरह की कमी से इस दिशा में रणनीति में कोई बदलाव नहीं आएगा. लो-कॉस्ट और छोटी कारें हमारे देश की जरूरत हैं.'

उन्होंने कहा 'हमारा दृढ़ विश्वास है कि कम लागत वाली छोटी कारें हमारी आर्थिक और सामाजिक परिस्थितियों के लिए बहुत जरूरी हैं. डिमांड में अस्थायी कमी से हमारी रणनीति में कोई बदलाव नहीं देखने को मिलेगा. हमें पूरा भरोसा है कि ग्रामीण बाजार फिर से उठ खड़ा होगा और कई स्कूटर चलाने वाले लोग छोटी कारों में अपग्रेड करना चाहेंगे. हम ग्रामीण इलाकों में सेल्स सर्विस नेटवर्क को मजबूत कर रहे हैं'

क्या है इलेक्ट्रिक कार की योजना

AGM में आर सी भार्गव ने मारुति की इलेक्ट्रिक गाड़ियों की योजनाओं के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि मारुति की पहली इलेक्ट्रिक कार अगले कुछ महींने में उत्पादन के लिए चली जाएगी, इसको हम दुनिया में एक्सपोर्ट भी करेंगे.

कंपनी की योजना साल 2030 तक अपने कुल उत्पादन 40 लाख गाड़ियों में से 20% का एक्सपोर्ट करने की है. उन्होंने कहा कि कंपनी 2030-31 तक एक्सपोर्ट को 7.5-8 लाख यूनिट यूनिट तक पहुंचाने का लक्ष्य बना रही है. जून तिमाही में एक्सपोर्ट कुल बिक्री का 13.5% यानी 70,560 यूनिट रहा है.

उन्होंने कहा कि वो अपनी हाइब्रिड कारों के जरिए ईंधन लागत और एमिशन में कटौती को लेकर प्रतिबद्ध हैं, इस पर कंपनी अपना बड़ा दांव लगाकर चल रही है. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ वर्षों में इलेक्ट्रिक व्हीकल को धीरे-धीरे शामिल किया जाएगा, क्योंकि उपभोक्ताओं के सामने आने वाली चुनौतियां अब दूर हो चुकी हैं.

हालांकि उन्होंने साफ किया कि वो अपनी कारों की पूरी सीरीज को इलेक्ट्रिक नहीं करेंगे, साल 2030 तक अपने लाइनअप में 6 इलेक्ट्रिक कारों को जोड़ेंगे. 43वीं AGM में आर सी भार्गव ने साफ किया कि हाइब्रिड कारों का इलेक्ट्रिक कारों से कोई टकराव नहीं है.