FY25 में बैंक फ्रॉड में जबरदस्त इजाफा; पहले छमाही में आठ गुना बढ़े, कार्ड से हो रहे सबसे ज्यादा स्कैम

FY25 के पहले हाफ में 18,461 मामलों में 21,367 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड सामने आए हैं.

Source: Vijay Sartape/NDTV Profit

FY25 के पहले हाफ में बैंक फ्रॉड्स में फंसी राशि में बीते साल की तुलना में सीधे आठ गुना की बढ़ोतरी हुई है. ये खुलासा रिजर्व बैंक की 'ट्रेंड एंड प्रोग्रेस ऑफ बैंकिंग इन इंडिया 2023-24' में हुआ है.

कुल मिलाकर FY25 के पहले हाफ में 18,461 मामलों में 21,367 करोड़ रुपये के फ्रॉड सामने आए हैं. ये FY24 के पहले हाफ की तुलना में 8 गुना इजाफा है, जब 14,480 फ्रॉड मामलों में 2,623 करोड़ रुपये के फ्रॉड सामने आए थे.

रिपोर्ट से पता चलता है कि इन फ्रॉड्स से फाइनेंशियल सिस्टम के सामने कई तरह की चुनौतियां पैदा हुई हैं. इसमें रेप्यूटेशनल रिस्क, ऑपरेशनल रिस्क, बिजनेस रिस्क और ग्राहकों का घटता विश्वास शामिल है, जिनके वित्तीय स्थिरता पर गंभीर असर हो सकते हैं.

कार्ड फ्रॉड की हिस्सेदारी

RBI के मुताबिक FY24 में जितनी राशि का फ्रॉड हुआ है, उसमें से 44.7% फ्रॉड कार्ड के जरिए हुए हैं, जबकि संख्या के हिसाब से देखें तो कुल मामलों में कार्ड फ्रॉड की हिस्सेदारी 85.3% है. FY24 में फ्रॉड के कुल मामलों में से 67.1% प्राइवेट बैंकों में सामने आए हैं.

वहीं विदेशी बैंक और स्मॉल फाइनेंस बैंकों को छोड़कर सभी रेगुलेटेड एंटिटीज में पेनल्टी लगने की घटना में इजाफा हुआ है.

वहीं पेनाल्टी की राशि की बात की जाए तो FY24 में इसकी मात्रा एक साल पहले की तुलना में दोगुनी हो गई और ये 86.1 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. सबसे ज्यादा पेनल्टी पब्लिक और प्राइवेट सेक्टर बैंकों पर लगाई गई.

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