डिपॉजिट रेट्स बढ़ाने की होड़ पर नहीं, कस्टमर सर्विसेज को बेहतर करने पर करेंगे फोकस: SBI चेयरमैन

सी एस शेट्टी ने कहा कि हमारा कस्टमर बेस विशाल है, इसमें कई ग्राहक जो हमारी सर्विसेज से खुश नहीं होंगे, हम उन्हें कैसे वापस लाएं, इस पर काम करेंगे.

Source: NDTV Profit

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ग्राहकों को दी जाने वाली सर्विसेज को और बेहतर बनाने के साथ-साथ डिपॉजिटर्स के साथ जुड़ने पर फोकस करेगा न कि डिपॉजिट रेट्स को बढ़ाने के लिए होड़ करेगा. ये कहना है SBI के नए चेयरमैन सी एस शेट्टी का.

NDTV प्रॉफिट को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि अगर डिपॉजिट को लेकर प्रतिस्पर्धा करता हूं, तो मैं ये प्रतिस्पर्धा दरों को लेकर नहीं करूंगा. उन्होंने 28 अगस्त को SBI के चेयरमैन के तौर पर अपना पदभार संभाला है.

'प्रोडक्ट इनोवेश पर ध्यान देने की जरूरत'

SBI चेयरमैन ने कहा कि बैंक को प्रोडक्ट इनोवेशन पर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि ग्राहकों के लिए एक नया प्रोडक्ट बनाने पर ध्यान केंद्रित करना अच्छा है जो फिक्स्ड डिपॉजिट, SIP और बीमा के लाभों को जोड़ता है. रेगुलेटरी दायरे में ऐसे इनोवेटिव प्रोडक्ट्स की जरूरत है.

सी एस शेट्टी ने कहा कि हमारा कस्टमर बेस काफी विशाल है, इसमें कई होंगे जो हमारी सर्विसेज से खुश नहीं होंगे, हम उन्हें कैसे वापस लाएं, इस पर काम करेंगे. हमने अपने कस्टमर्स की पूरी पहचान की हुई है. इसमें वो कस्टमर्स भी हैं जो हमारी सर्विसेज को प्रोमोट करते हैं, वो भी हैं जो जिनके अकाउंट्स तो हैं, लेकिन वो इस्तेमाल नहीं करते, हम ऐसे कस्टमर्स से संपर्क करेंगे और उनसे पूछेंगे कि वो क्या चाहते हैं. कई ऐसे कस्टमर्स भी हैं जो हमें छोड़कर जा रहे हैं, हमने उनसे पूछेंगे कि वो क्यों छोड़ रहे हैं.

उन्होंने कहा कि जहां तक क्रेडिट ग्रोथ का सवाल है, हम अंडरराइटिंग स्टैंडर्ड के साथ समझौता करके ऐसा नहीं करेंगे, भले ही इससे हमारी बुक धीमी होती है तो इसमें कोई समस्या नहीं है.

'अपनी जड़ों की ओर लौटना होगा'

उन्होंने कहा कि हमें रेट इनोवेशन नहीं चाहिए. 50 बेसिस प्वाइंट ज्यादा ब्याज देना बेहद आसान है. डिपॉजिट ग्रोथ रेट को बनाए रखने में बैंकिंग सिस्टम के संघर्ष के बारे में उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में वैश्विक स्तर पर बैंकर ये भूल चुके हैं कि डिपॉजिटर्स को कैसे आकर्षित किया जा सकता है, क्योंकि पूरी दुनिया में ही ढीली लिक्विडिटी की स्थिति के कारण बैंक डिपॉजिट आसानी से पा रहे थे.

SBI चेयरमैन ने कहा कि अब वक्त आ चुका है कि हम अपनी जड़ों की ओर लौटें, डिपॉजिट जुटाने और ग्राहक सेवा पर ध्यान केंद्रित करें. कई बैंकों की पहुंच बहुत अच्छी है. उस पहुंच का इस्तेमाल करना होगा.

उन्होंने कहा कि बीते 3-4 साल में हमने एक मजबूत बैलेंस शीट बनाई है, हमने टेक्नोलॉजी और डिजिटलाइजेशन में काफी निवेश किया है, अब हमें इसका फायदा उठाना होगा. मेरी पहली प्राथमिकता होगी कि हम कैसे इस टेक्नोलॉजी और डिजिटलाइजेशन को सभी क्षेत्रों तक पहुंचाकर इसका फायदा उठा सकते हैं.

उन्होंने आगे जोड़ा कि हम लगातार बढ़ रहे हैं. मौजूदा वक्त में रिटेल, पर्सनल, MSME, एग्रीकल्चर और कॉरपोरेट में करीब डबल डिजिट ग्रोथ है. इसलिए मेरा फोकस किसी एक विशेष सेगमेंट की तरफ नहीं होगा, हमें सभी सेगमेंट्स में बढ़ना होगा. आज की तारीख में MSME में हमें ज्यादा कमाई के मौके दिखते हैं.