आईफोन मेकर एप्पल (Apple Inc.) ने यूजर्स की प्राइवेसी से जुड़े एक मुकदमे के निपटारे के लिए 95 मिलियन डॉलर का भुगतान करने को तैयार हुआ है. कंपनी पर आरोप है कि आईफोन में डिजिटल असिस्टेंट सिरी (Siri) के जरिए यूजर्स की प्राइवेट बातचीत भी रिकॉर्ड की जाती है.
एप्पल ने खबर लिखे जाने तक इस संबंध में टिप्पणी के अनुरोध का जवाब नहीं दिया है.
गुरुवार को एक्सेस की गई एक कोर्ट फाइलिंग में प्रस्तावित समझौता इस बात पर आधारित है कि एप्पल ये मानकर चल रहा है कि उसने कुछ भी गलत नहीं किया है. इस सेटलमेंट में एप्पल ने कहा, 'कंपनी ने हमेशा किसी भी तरह के गलत कार्य या लायबिलिटी से इनकार किया है.' इस सेटलमेंट को अंतिम रूप देने के लिए जज की स्वीकृति जरूरी होती है.
5 साल पहले हुआ था मुकदमा
पांच साल पहले टेक दिग्गज एप्पल पर सामूहिक तौर पर मुकदमा दायर किया गया था. इसमें कंपनी के असिस्टेंट Siri पर iPhone, iPad, HomePods या अन्य Apple डिवाइस इस्तेमाल करनेवाले लोगों की निजी बातचीत सुनने का आरोप लगाया गया था.
कई एप्पल यूजर्स ने अपनी शिकायतों में दावा किया था कि जब उन्होंने अनइंटेंशनली यानी गलती से Siri चालू कर दिया तो उनकी निजी बातचीत रिकॉर्ड की गई और संभवत: थर्ड पार्टी/विज्ञापनदाताओं के साथ शेयर भी की गई. बिना अनुमति ये तब शुरू हुआ, जब Apple ने वॉयस असिस्टेंट में 'हे सिरी' कमांड फंक्शन पेश किया.
एप्पल ने यूजर्स प्राइवेसी यानी उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता को अपनी ब्रैंड इमेज का एक बड़ा हिस्सा बना लिया है और यही कारण है कि ये हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के अपने 'इकोसिस्टम' को कंट्रोल करता है.
हर यूजर को अधिकतम 20 डॉलर!
सेटलमेंट में ये संकेत दिया गया है कि हर उन प्रभावित यूजर को अधिकतम 20 डॉलर दिए जाएंगे, जिनकी निजी बातचीत को बिना अनुमति के रिकॉर्ड किया गया था. रिपोर्ट के मुताबिक, 95 मिलियन डॉलर के प्रस्तावित सेटलमेंट फंड का इस्तेमाल यूजर्स को प्रति डिवाइस $20 से ज्यादा पेमेंट करने के लिए नहीं किया जाएगा.
समझौते में Apple को ये भी आश्वस्त करने की जरूरत है कि उसने किसी भी सुनी हुई बातचीत को हटा दिया है और सिरी को बेहतर बनाने के नाम पर कलेक्ट किए गए वॉयस डेटा के मामले में यूजर्स के विकल्प और ज्यादा स्पष्ट किए हैं.
अमेजॉन को भी लग चुका है झटका!
साल 2023 में, Amazon पर रिंग डोरबेल कैमरों और डिजिटल असिस्टेंट एलेक्सा के जरिए प्राइवेसी वायोलेशन यानी गोपनीयता के उल्लंघन के आरोप में झटका लग चुका है. तब मुकदमे को निपटाने के लिए US फेडरल ट्रेड कमीशन को 30 मिलियन डॉलर से ज्यादा का भुगतान करना पड़ा था.