माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft Corp) अपने विंडोज की-बोर्ड में 'AI को-पायलट सर्विस' को एक्टिवेट करने के लिए एक अतिरिक्त 'की' जोड़ रहा है. इस महीने नए फीचर के साथ डिवाइस भी पेश की जाएंगी.
को-पायलट की (Copilot Key) को स्पेस की के बगल में सेट किया जाएगा. ये माइक्रोसॉफ्ट द्वारा 1994 में किए गए संशोधन के बाद पहला बदलाव है. तब विंडोज/स्टार्ट की जोड़ी गई थी.
क्या होगा उपयोग?
इस फीचर से AI की मदद से यूजर इमेज बना पाएंगे, ई-मेल लिख पाएंगे और टेक्स्ट की समरी बना पाएंगे.
माइक्रोसॉफ्ट के कंज्यूमर चीफ मार्केटिंग ऑफिसर युसुफ मेहदी ने एक ब्लॉग में इसकी घोषणा करते हुए कहा, '2024 AI का साल है. AI अब आसानी से विंडोज के साथ गूंथ दिया जाएगा.'
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक माइक्रोसॉफ्ट के हार्डवेयर पार्टनर्स को-पायलट की के साथ अमेरिका में CES टेक्नोलॉजी कॉन्फ्रेंस में इसका प्रदर्शन करेंगे. वक्त के साथ ये एक जरूरी फीचर बन जाएगा.
माइक्रोसॉफ्ट ने किया बीते साल AI पर काम
बता दें बहुत सारे लेटेस्ट स्मार्टफोन मॉडल्स भी खुद को 'AI फोन' के तौर पर प्रदर्शित कर रहे हैं. लेकिन इनमें बहुत कुछ ठोस नहीं है.
पर माइक्रोसॉफ्ट ने बीते साल अपने सबसे बड़े प्रोडक्ट्स को AI टेक के आसपास दोबारा गढ़ा है,ये टेक बड़ी-बड़ी डेटाशीट से नया कंटेंट जेनरेट कर सकती है.
इन प्रोड्क्टस में विंडोज, ऑफिस, बिंग सर्च, सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर के साथ-साथ कस्टमर और फाइनेंस प्रोडक्ट्स भी शामिल हैं. इस काम में GPT-4 की बहुत मदद ली गई है, जिसे OpenAI ने बनाया है. OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट ने 13 बिलियन डॉलर का निवेश किया है.