आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित सर्च इंजन के जरिए Microsoft समर्थित OpenAI, Google और Elon Musk की xAI जैसी बड़ी टेक कंपनियों को टक्कर देने के बाद, पर्प्लेक्सिटी (Perplexity) अब वेब ब्राउजर की दुनिया में बड़ा बदलाव लाने की तैयारी कर रही है.
पर्प्लेक्सिटी, जो कि एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) बेस्ड सर्च इंजन कंपनी है, ने हाल ही में एक नया वेब ब्राउजर लॉन्च करने की घोषणा की है. इस ब्राउजर का नाम 'कॉमेट' (Comet) रखा गया है और ये गूगल क्रोम जैसे बड़े ब्राउजर्स को कड़ी टक्कर दे सकता है.
सोशल मीडिया पर दी जानकारी
पर्प्लेक्सिटी ने एक X पोस्ट के जरिए इसकी जानकारी दी है. कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, 'कॉमेट: पर्प्लेक्सिटी का एजेंटिक सर्च के लिए ब्राउजर, जल्द ही आ रहा है.' वहीं टेक क्रंच के साथ बातचीत में पर्प्लेक्सिटी के प्रवक्ता ने कहा कि वे ब्राउजर को एक नया रूप दे रहे हैं.
गूगल का बड़ा प्रतिद्वंद्वी
पर्प्लेक्सिटी के को-फाउंडर और CEO अरविंद श्रीनिवास, भारतीय मूल के हैं, जबकि इसके अन्य को-फाउंडर्स में एंडी कोनोविंस्की, डेनिस यारात्स और जॉनी हो शामिल हैं.
AI तकनीक में अपनी मजबूत पकड़ के कारण, कई विश्लेषकों का मानना है कि Perplexity ही Google का सबसे बड़ा प्रतिद्वंद्वी है, न कि माइक्रोसॉफ्ट.
दुनिया का पहला आंसर इंजन
Perplexity ने खुद को 'दुनिया का पहला आंसर इंजन (Answer Engine)' बताया है. अब ये अपनी सर्च इंजन तकनीक और बड़े यूजर बेस का इस्तेमाल Comet को सफल बनाने के लिए कर सकता है. पिछले कुछ महीनों में Perplexity ने कई इनोवेशन लॉन्च किए हैं:
Deep Research: उपयोगकर्ताओं को गहराई से रिसर्च करने में मदद करता है.
Sonar API: AI-आधारित सर्च और रियल-टाइम डेटा एक्सेस के लिए.
AI असिस्टेंट (Android): स्मार्ट असिस्टेंट जो ऐप्स को कॉल कर सकता है और काम आसान बना सकता है.
भर्तियां कर रही है कंपनी
Perplexity ने अभी तक Comet Browser के फीचर्स के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दी है, लेकिन कंपनी ने ये जरूर बताया है कि वे इसे विकसित करने के लिए नए लोगों की भर्ती कर रही है.
X पर कंपनी ने पोस्ट किया, 'हम Comet को बनाने के लिए नई प्रतिभाओं को जोड़ रहे हैं.' कंपनी भारत में भी भर्ती कर रही है और आने वाले समय में और भी बड़े इनोवेशन ला सकती है.