अगले वित्तीय वर्ष 2017-18 के लिए आम बजट इस बार 1 फरवरी को पेश होगा. पिछले साल तक केंद्रीय बजट 28 या 29 फरवरी (यानी माह के अंतिम दिन) को पेश किया जाता रहा है लेकिन पिछले साल ही यह फैसला लिया गया कि आम बजट अब पहले पेश किया जाएगा. संसदीय मामले की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीपीए) ने मंगलवार सुबह एक बैठक में यह फैसला लिया. सीसीपीए की सिफारिश अब मंजूरी के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजी जाएगी.
एएनआई न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से कहा कि इस साल आर्थिक सर्वेक्षण 31 जनवरी को आएगा. वहीं 31 जनवरी से 9 फरवरी तक संसद का बजट सत्र चलेगा.
ADVERTISEMENT
सरकार का इरादा समूची बजट प्रक्रिया को एक अप्रैल को नया वित्त वर्ष शुरू होने से पहले पूरी करने का है, ताकि बजट प्रस्तावों को नया वित्त वर्ष शुरू होने के साथ ही अमल में लाया जा सके.
बजट में विभिन्न मंत्रालयों के खर्च को योजना और गैर-योजना बजट के तौर पर दिखाये जाने की व्यवस्था को भी समाप्त किये जाने का प्रस्ताव है.
इसी के साथ बता दें कि इस साल रेल बजट अलग से पेश नहीं किया जाएगा. पिछले ही साल इस बाबत फैसला ले लिया गया था कि रेल बजट को आम बजट के हिस्से के तौर पर ही पेश किया जाएगा.
इसी के साथ बता दें कि इस साल रेल बजट अलग से पेश नहीं किया जाएगा. पिछले ही साल इस बाबत फैसला ले लिया गया था कि रेल बजट को आम बजट के हिस्से के तौर पर ही पेश किया जाएगा.
ADVERTISEMENT
अरुण जेटली ने सितंबर में इस बाबत फैसले का ऐलान करते हुए कहा था कि विकास के मसले पर रेलवे की भूमिका अलग नहीं है. सरकार बजट की प्रक्रिया 31 मार्च से पहले खत्म करना चाहती है.
(न्यूज एजेंसी भाषा से भी इनपुट)