मई में देश की सत्ता संभालने के बाद गुरुवार को पेश किए अपने पहले रेल बजट में नरेंद्र मोदी सरकार के रेलमंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने संसद में कहा कि रेलवे की सामाजिक जिम्मेदारी भी है। देश में रेलवे की 359 परियोजनाएं अधूरी हैं। हाई-स्पीड नेटवर्क पर काम शुरू हो गया है। उनका कहना है था कि समय-समय पर रेल किराये की समीक्षा होनी चाहिए। पांच नई जनसाधारण, पांच नई प्रीमियम, छह एसी एक्सप्रेस, 27 नई एक्सप्रेस और आठ नई पैसेंजर ट्रेनों की घोषणा की गई है।
सो, हम चाहेंगे कि आप स्वयं भी मोदी सरकार के पहले रेल बजट को रेटिंग दें, ताकि जाना जा सके कि सचमुच जनता रेल बजट 2014 के बारे में क्या सोचती है...
प्रधनामंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में रेलमंत्री सदानंद गौड़ा संसद में अपना पहला रेल बजट पेश किया। बजट भाषण के दौरान विपक्ष ने कई बार हंगामा किया, और रेल बजट के समाप्ति के साथ ही हंगामे के कारण संसद की कार्यवाही स्थगित कर दी गई। इस रेल बजट में किराया और माल भाड़ा नहीं बढ़ाया गया है।
रेलमंत्री सदानंद गौड़ा के रेल बजट भाषण के मुख्य अंश...
- अपनी जिम्मेदारी निभाने की पूरी कोशिश करूंगा
- मुझ पर विश्वास जताने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद
- भारतीय रेलवे को दुनिया की सबसे बड़ी ढुलाई सेवा बनाने का लक्ष्य
- रोज़ सवा दो करोड़ लोग सफर करते हैं भारतीय रेल में
- रक्षा क्षेत्र में सप्लाई की रीढ़ है भारतीय रेल
- पिछले सालों में किराया नहीं बढ़ाने से रेलवे बहुत पीछे चला गया
- एक रुपये में से 94 पैसे खर्च हो जाते हैं
- कई इलाकों में भारतीय रेल पहुंची ही नहीं है
- भारतीय रेल में 13 लाख कर्मचारी
- 359 परियोजनाएं अधूरी पड़ी हैं
- रेलवे की कुल आमदनी 1.39 लाख करोड़ रुपये
- भारतीय रेल को वर्ल्डक्लास बनाएंगे
- भारतीय रेल को हर साल 50 हज़ार करोड़ की ज़रूरत
- नौ साल में 99 परियोजनाएं घोषित हुईं
- लंबित योजनाओं के लिए 1.82 लाख करोड़ रुपये की ज़रूरत
- 99 में से सिर्फ एक योजना पूरी हो पाई
- निजी क्षेत्र की भागीदारी से संसाधन जुटाने की ज़रूरत
- बुलेट ट्रेन चलाने के लिए 60,000 करोड़ की ज़रूरत
- रेलवे में एफडीआई के लिए कैबिनेट की मंज़ूरी ज़रूरी
- लोकलुभावन योजनाओं से रेलवे की हालत बिगड़ी
- 1,57,888 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट मंज़ूर
- 10 साल में नई लाइनों पर 41,000 करोड़ खर्च
- पीपीपी के जरिये फंड जुटाने की ज़रूरत
- हाल की किराया-भाड़ा वृद्धि से 8,000 करोड़ जुटेंगे
- ट्रेन में खाने की क्वालिटी चिंता का विषय
- रेल किराये की समय-समय पर समीक्षा होनी चाहिए
- प्लेटफॉर्मों पर बैटरी वाली गाड़ियां
- बायो टॉयलेट को बढ़ावा दिया जाए
- पानी और साफ-सफाई पर ध्यान
- साफ-सफाई पर नज़र रखने के लिए सीसीटीवी
- रिटायरिंग रूम के लिए ऑनलाइन बुकिंग
- डाकघरों से भी टिकट बुकिंग के इंतज़ाम होंगे
- 50 स्टेशनों पर अलग से हाउसकीपिंग विभाग
- आरपीएफ वालों को मोबाइल फोन दिए जाएंगे
- तीर्थस्थानों के लिए विशेष प्रीमियम ट्रेनें
- सुरक्षा के लिहाज़ से मानवरहित फाटक बंद किए जाएंगे
- ट्रेनों में पैकेटबंद ब्रांडेड खाना दिया जाएगा
- खराब खाना देने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी
- साफ-सफाई के लिए 40 फीसदी ज़्यादा बजट
- आरपीएफ में 4,000 महिला सिपाहियों की भर्ती होगी
- महिला डिब्बों में महिला सिपाही ही तैनात होंगी
- पांच साल में हर काम कम्प्यूटर से होगा
- मुंबई-अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन चलाई जाएगी
- हीरक चतुर्भुज परियोजना के लिए 100 करोड़
- दिल्ली से कई शहरो के लिए सेमी हाई-स्पीड ट्रेनें चलाई जाएंगी
- सेमी हाई-स्पीड ट्रेनों की रफ्तार 160 से 200 किलोमीटर प्रति घंटा
- दिल्ली से आगरा, पठानकोट, कानपुर, चंडीगढ़ के अलावा नागपुर-विलासपुर रूट पर सेमी हाई-स्पीड ट्रेन
- ट्रेनों में पीने के लिए RO के पानी का इंतज़ाम
- फूल, सब्ज़ियां और दूध लाने के लिए खास इंतज़ाम किए जाएंगे
- रिजर्वेशन सिस्टम में सुधार किया जाएगा, एक साथ सवा लाख टिकट बुक हो सकेंगी
- राजधानी और शताब्दी ट्रेनों में वाई-फाई की सुविधा होगी
- पूर्वोत्तर भारत में ईको ट्रेन को बढ़ावा दिया जाएगा
- सब्ज़ियों के लिए 10 जगह कोल्ड स्टोरेज बनेंगे
- 10 बड़े स्टेशनों का विकास एयरपोर्ट की तर्ज पर निजी क्षेत्र की मदद से
- चालू प्रोजेक्टों का ब्योरा ऑनलाइन होगा
- निजी क्षेत्र की मदद से बंदरगाहों को जोड़ा जाएगा
- जनरल टिकट और प्लेटफॉर्म टिकट भी इंटरनेट से मिलेंगे
- मुंबई को 864 ईएमयू ट्रेनें मिलेंगी
- पूर्वोत्तर के लिए 5,116 करोड़ रुपये
- माल ढुलाई के लिए ऑनलाइन बुकिंग होगी
- केदारनाथ-बदरीनाथ तक ट्रेन के लिए सर्वे करवाने का प्रस्ताव
- पांच नई जनसाधारण और पांच नई प्रीमियम गाड़ियां
- रेल नेटवर्क से जुड़ेंगे चारों धाम
- छह एसी एक्सप्रेस, 27 नई एक्सप्रेस ट्रेनें शुरू होंगी
- बेंगलुरू में लोकन ट्रेन शुरू होगी
- आठ नई पैसेंजर ट्रेनें शुरू की जाएंगी
- दुनिया में सबसे ज्यादा माल ढुलाई भारतीय रेलवे करती है
- सरकारी फंडिंग ही काफी नहीं है
- रेलवे की आमदनी उम्मीद से 4200 करोड़ कम हुई
- चालू वर्ष में यात्रियों की संख्या दो फीसदी बढ़ने की उम्मीद
- 28,800 करोड़ पेंशन के लिए ज़रूरी
- स्टेशनों पर बुजुर्गों के लिए खास सुविधाएं दी जाएगी
- सभी स्टेशनों पर फुटओवर ब्रिज, लिफ्ट, एस्कलेटर का इंतजाम
- धार्मिक सर्किट बनाने की योजना
- तीर्थ स्थानों के लिए विशेष प्रीमियम ट्रेनें
- साफ-सफाई के लिए हेल्पलाइन बनाई जाएगी
- स्टेशनों पर फूड कोर्ट खोले जाएंगे
- अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं की सुरक्षा का इंतजाम होगा
- पटरियों पर दरार पकड़ने के लिए मशीनें
- ई-टिकट सिस्टम में सुधार होगा, हर मिनट 7200 टिकट बुक होंगे
- रेलवे की इमारतों में सोलर एनर्जी
- नमक ढोने के लिए खास डिब्बे
बजट पेश करने से पूर्व सदानंद गौड़ा ने ट्वीट कर कहा कि वह जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने का पूरा प्रयास करेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि वह रेलवे को राजनीति से दूर करेंगे। रेल बजट संसद में पेश करने से पूर्व रेलमंत्री सदानंद गौड़ा ने ट्वीट कर कहा कि मैं अपना पहला रेल बजट पेश करने जा रहा हूं...