त्योहारों के इस मौसम में सरकार अब डाकघरों से चना दाल बेचने की तैयारी में है, क्योंकि खुले बाजार में इसकी कीमत आसमान छू रही है. गुरुवार को दिल्ली में इसकी कीमत 140 रुपये प्रति किलो रही...जो अब तक की सबसे ज्यादा है.
अशोक खुराना सांसदों की कॉलोनी में किराना दुकान चलाते हैं. दिल्ली के साउथ एवेन्यू इलाके में चार दशक से उनकी दुकान चल रही है. खुराना चना दाल की बढ़ती कीमत देखकर हैरान हैं. दिल्ली में 135 से 140 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रही चने की दाल से उनका कारोबार खराब हो रहा है. उन्होंने कहा, "मैंने चालीस साल में पहले कभी भी चना दाल इतनी ऊंची कीमत पर न बेची है...न कभी इसके बारे में सुना है."
संकट दिल्ली तक सीमित नहीं है, अन्य शहरों में भी यही हाल है. खाद्य मंत्रालय के पास मौजूद ताजा आंकड़ों के मुताबिक एक अक्टूबर से 18 अक्टूबर के बीच चना दाल 10 रुपये प्रति किलो या इससे ज्यादा महंगी हो गई है. पणजी में 145 रुपये किलो, मुंबई में 142 रुपये किलो, लखनऊ में 140 रुपये किलो, जम्मू में 140 रुपये किलो और रायपुर में 140 रुपये किलो चना दाल बिक रही है.
केंद्रीय भंडार फिलहाल 78 रुपये किलो अनपॉलिश्ड चना दाल बेच रहा है. वहां लोग बड़ी तादाद में पहुंच रहे हैं. केंद्रीय भंडार के मैनेजर जेपी पांडे कहते हैं, "पिछले एक महीने में हमने 2000 किलो चना दाल बेची है. लोग बड़ी संख्या में आ रहे हैं."
कैबिनेट सचिव ने बुधवार की शाम को आदेश दिया कि डाकघरों में चना दाल बेची जाए. इस बारे में सैद्धांतिक फैसला पिछले हफ्ते शुक्रवार को लिया जा चुका है. लेकिन असली चुनौती चना दाल की जमाखोरी से निबटने की है. सरकार अब राज्यों को एडवाइज़री जारी कर जमाखोरों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है.