वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने सार्वजनिक बैंकों से कहा कि वे जान-बूझकर कर्ज नहीं चुकाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें। वित्तमंत्री ने कहा कि मालिक मालामाल, कंपनी बेहाल की स्थिति नहीं चल सकती।
चिदंबरम ने यहां सार्वजनिक क्षेत्र बैंकों के प्रमुखों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि जानबूझकर चूककर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है।
वित्तमंत्री ने कहा कि मालिक मालामाल, कंपनी बेहाल की स्थिति स्वीकार्य नहीं है और बैंक इस तरह के चूककर्ताओं के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई के लिए समूह बनाएं। बैंकरों को संबोधित करते हुए चिदंबरम ने कहा कि उन्हें वसूली के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करना होगा और जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वालों के खिलाफ कड़े कदम उठाने होंगे।
वित्तीय सेवा सचिव जीएस संधु ने बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि बैंकों से अपने 30 शीर्ष चूककर्ताओं पर ध्यान केंद्रित करने को कहा गया। सार्वजनिक बैंकों की 30 शीर्ष गैर निष्पादित आस्तियां (एनपीए) उनके सकल एनपीए के 40.2 प्रतिशत के बराबर है।