भारत से लेकर दुनिया के कई देशों तक अपने कारोबार के विस्तार से पहचान बनाने वाले, गौतम अदाणी ने इंडिया TV के कार्यक्रम 'आप की अदालत' में चैनल के एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा के तमाम सवालों के बेबाकी से जवाब दिए.
इस दौरान उन्होंने अपने बिजनेस, कारोबारी सफर, सफर की चुनौतियों, राजनीति और देश-समाज को लेकर खुलकर अपनी राय रखी.
पैसा कमाने का फॉर्मूला क्या है?
रजत शर्मा ने अपने खास अंदाज में इंटरव्यू की शुरुआत करते हुए पूछा कि गौतम अदाणी के पास इतना पैसा कमाने का कौन सा फॉर्मूला है?
दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति ने विनम्रता से जवाब देते हुए कहा, "ये मैथ्स, फिजिक्स या केमिस्ट्री का कोई फॉर्मूला नहीं है. बिजनेस और जिंदगी में एक ही फॉर्मूला काम आता है- मेहनत, मेहनत और मेहनत. मेरे परिवार, वरिष्ठ जनों, टीम और भगवान का आशीर्वाद मुझ पर रहा है. अच्छी नीयत से काम करता हूं. पैसा कमाने की बस यही वजह है, इसका कोई दूसरा शॉर्टकट नहीं है."
2022 में अदाणी ग्रुप की संपत्ति में आए जबरदस्त उछाल के बारे में पूछे जाने पर गौतम अदाणी ने साफ कहा, "मैं आंकड़ों के मायाजाल में नहीं पड़ता. मेरे लिए अहम है कि देश में बदलाव के लिए क्या कर सकता हूं. देश तरक्की के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है. मुझे विश्वास है कि अगले 20 साल में भारत जिस जगह होगा, उसे कोई रोक नहीं सकता."
कारोबारी सफर की शुरुआत
आज अदाणी ग्रुप पोर्ट, एयरपोर्ट, खदान, पेट्रोकैमिकल जैसे कई कारोबार के लिए जाना जाता है. लेकिन, अपने कारोबारी सफर की शुरुआत के बारे में भी गौतम अदाणी ने इंटरव्यू के दौरान बात की. उन्होंने बताया कि जब वो 15 साल के थे, ग्रेजुएशन किए बिना मुंबई आ गए. 4 साल बाद वापस अहमदाबाद लौटे. उसके बाद बिजनेस का सफर शुरू हुआ. हमेशा से फैमिली बिजनेस के अलावा कुछ और करने की प्रबल इच्छा थी. उन्होंने ये भी जोड़ा कि वो पढ़ाई में अच्छे थे लेकिन कुछ ऐसे संयोग बने कि बिजनेस में आना पड़ा. मेहनत और अनुभव से विज्डम बढ़ी लेकिन पढ़ाई करते तो आज की स्थिति से भी बेहतर हो सकते थे.
किडनैपिंग से लेकर मौत से आमना-सामना
इंडिया TV के एडिटर-इन-चीफ रजत शर्मा ने गौतम अदाणी को उनके अपहरण की घटना के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, "जिंदगी में कुछ ऐसी चीजें होती हैं जिन्हें भूल जाना चाहिए. जो चीज अपने हाथ में नहीं है, उसको दिमाग में रखना, ये मेरी आदत नहीं है. मैं तो किडनैपिंग के बाद जब घर वापस लौटा, उस रात भी ठीक से सोया."
मुंबई ने जिस दिन 26/11 की त्रासदी झेली, उस दिन गौतम अदाणी ताज महल होटल में ही थे. वो कारोबार के सिलसिले में दुबई से आए एक मित्र के साथ डिनर कर रहे थे. उसके कुछ ही देर बाद आतंकवादी होटल के भीतर घुस आए. उन खौफनाक पलों को याद करते हुए गौतम अदाणी ने कहा,
मुझे वो घटना याद है. मैंने आतंकवादी को अपनी आंखों से देखा. भगवान का शुक्रगुजार हूं. ये भगवान का आशीर्वाद है कि मैं बाल-बाल बचा. मैं ताज में दुबई से आए एक कारोबारी दोस्त के साथ डिनर कर रहा था. उसी समय ये हादसा हुआ. ताज ग्रुप के हर कर्मचारी ने बहुत समर्पण के साथ काम किया. पूरी रात मैं वहां फंसा रहा. ताज के कर्मचारियों ने ऊपर के कमरे में छिपने को कहा. सुबह कमांडो आए और उन्होंने मुझे बाहर निकाला.गौतम अदाणी, चेयरमैन, अदाणी ग्रुप
"लोन के मुकाबले कहीं तेजी से बढ़ा प्रॉफिट"
अदाणी ग्रुप पर कर्ज के सवालों पर गौतम अदाणी ने आंकड़ों के साथ तस्वीर साफ की. उन्होंने बताया, "इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट बैंक डेट और इक्विटी से मिलकर बनता है. सवाल ये है कि जो कर्ज आप ले रहे हैं उसमें आपकी रेटिंग क्या है. अदाणी, देश का इकलौता ग्रुप है जिसकी साख भारत की सॉवरेन रेटिंग के बराबर है. 25 साल के इतिहास में एक बार भी लोन पेमेंट डिले नहीं हुआ. 2013 के बाद 80% कर्ज भारतीय बैंकों से लेते थे. आज ये सिर्फ 35% फीसदी रह गया है. अब कर्ज का ज्यादातर हिस्सा इंटरनेशनल मार्केट से है. वो किसी के फोन करने या कहने से कर्ज नहीं देते. ये बेबुनियाद आरोप है. बीते 8 साल में लोन 11% से बढ़ा है, प्रॉफिट 24% की दर से बढ़ा है. अदाणी के एसेट, लोन से 3-4 गुना ज्यादा हैं. भारत जब तक आगे बढ़ता रहेगा, अदाणी ग्रुप भी आगे बढ़ता रहेगा.
"राहुल जी की टिप्पणी राजनीतिक"
जब रजत शर्मा ने राहुल गांधी की अदाणी ग्रुप पर की गई टिप्पणियों के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, "राहुल जी, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. उद्योगपति होने के नाते मेरा कोई टिप्पणी करना ठीक नहीं. वो भी देश की प्रगति चाहते हैं. कभी राजनीतिक आवेश में कोई बयान आता है तो मैं उसको राजनीतिक बयानबाजी से बढ़कर नहीं लेता. हमने एक भी काम बिना नीलामी प्रक्रिया के नहीं किया. अदाणी ग्रुप की नीति है कि बिना नीलामी प्रक्रिया के किसी डील को नहीं छूते. हम पर ये आक्षेप राहुल जी ने भी नहीं डाला कि बिडिंग में कोई गड़बड़ी की गई."
"हम 22 राज्यों में काम कर रहे हैं"
दुनिया के तीसरे सबसे रईस शख्स गौतम अदाणी ने सिर्फ BJP शासित राज्यों के साथ काम करने के आरोपों पर कहा कि वो हर राज्य में ज्यादा से ज्यादा निवेश करना चाहते हैं. अदाणी ग्रुप बहुत खुश है कि वो देश के 22 राज्यों के साथ मिलकर काम कर रहा है, और सभी राज्य BJP शासित नहीं हैं.
"गहलोत सरकार के साथ भी काम कर रहे हैं"
जिस राज्य में जो भी क्षमताएं हैं, अदाणी ग्रुप उस राज्य में विकास करने के लिए प्रतिबद्ध है. राजस्थान में अदाणी ग्रुप के 68,000 करोड़ रुपये के निवेश पर गौतम अदाणी ने बताया कि वो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बुलावे पर राजस्थान इनवेस्टर समिट में भी गए थे, बाद में राहुल गांधी ने भी खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके राजस्थान में उनके निवेश की सराहना की थी.
"अच्छे थे कृषि कानून"
2020 में आए कृषि कानूनों को लेकर गौतम अदाणी ने कहा, "हमारा कृषि में उतना एक्सपोजर नहीं है. फूड कॉरपोरेशन के लिए कुछ वेयरहाउस जरूर बनाए. हमने सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर दिया. एक नागरिक के नाते मुझे लगता है कि कृषि कानून अच्छे थे. ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्हें खारिज कर दिया गया. 40 से 50% आबादी कृषि पर निर्भर है. पूरी दुनिया को हम अन्न सप्लाई कर सकते हैं. स्टोरेज, कोल्ड स्टोरेज, वेयरहाउज की कमी है. आज हम पोर्ट, एयरपोर्ट, पावरहाउस बना रहे हैं, ये देश की जनता के लिए है. ये कानून अगर लागू हुए होते तो इंफ्रा डेवलपमेंट पर काफी काम किया गया होता."
शो में मौजूद ऑडियंस ने भी गौतम अदाणी से सवाल किए. दर्शकों में से एक ने पूछा कि वो परिवार के लिए समय कैसे निकालते हैं?
उन्होंने कहा, "मैं हफ्ते में करीब 4 दिन अहमदाबाद होता हूं. उस दौरान, ऑफिस थोड़ा लेट जाता हूं. सुबह 1-2 घंटे परिवार के साथ बैठता हूं, गप-शप करता हूं. ऑफिस से लौटकर आता हूं तो पत्नी के साथ ताश खेलता हूं और अक्सर वही जीतती हैं."
"धीरूभाई अंबानी हैं आदर्श"
जब एक और दर्शक ने पूछा कि गौतम अदाणी लाखों लोगों के आदर्श हैं लेकिन उनका रोल मॉडल कौन है तो उन्होंने जवाब में धीरूभाई अंबानी का नाम लिया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से उन्होंने रिलायंस इंडस्ट्री को खड़ा किया और देश को दिशा दिखाई, उससे मैं बहुत प्रभावित हूं. ऐसा इसलिए भी कि उनकी तरह मैं भी पहली पीढ़ी का एंटरप्रेन्योर हूं और इसकी चुनौतियों को समझता हूं.
ऑडियंस में से जब किसी ने पूछा कि कई लोग गौतम अदाणी बनना चाहते हैं तो उन्होंने जवाब दिया, "देश में बहुत अवसर हैं. आप उसे परखें और उस पर मेहनत करें. कामयाबी के लिए शॉर्टकट न ढूंढ़ें. कोई जल्दी, कोई देरी से कामयाब होता है. आपको किसी को देखना नहीं चाहिए कि उसके जैसा बनना है. अपनी मेहनत करनी चाहिए."