BEML को मिला ₹867 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट, कंपनी भारत की पहली बुलेट ट्रेन बनाएगी

फाइलिंग में कहा गया है कि ट्रेनसेट BEML के बेंगलुरु रेल कोच कॉम्प्लेक्स में बनाए जाएंगे और 2026 के अंत तक डिलीवरी की जाएगी.

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BEML को मंगलवार को बढ़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला है. कंपनी को चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री से दो हाई स्पीड ट्रेनसेट के डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग और कमिशनिंग का कॉन्ट्रैक्ट मिला है, इसे मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर पर चलाया जाएगा.

दो हाई स्पीड ट्रेनों में आठ-आठ डिब्बे होंगे, जिनकी कीमत 28 करोड़ रुपये होगी. एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार 867 करोड़ रुपये की डील में डिजाइन, डेवलपमेंट से लेकर टूलिंग और टेस्टिंग का खर्च भी शामिल है, जिसका उपयोग भारत में भविष्य की सभी हाई-स्पीड प्रोजेक्ट्स के लिए किया जाएगा.

फाइलिंग में कहा गया है कि ट्रेनसेट BEML के बेंगलुरु रेल कोच कॉम्प्लेक्स में बनाए जाएंगे और 2026 के अंत तक डिलीवरी की जाएगी. कंपनी ने कहा, "ये प्रोजेक्ट भारत की हाई-स्पीड रेल यात्रा के लिए महत्वपूर्ण है

BEML तीन वर्टिकल में काम करता है: डिफेंस और एयरोस्पेस, खनन और निर्माण, और रेल और मेट्रो. कंपनी के पास बेंगलुरु, कोलार गोल्ड फील्ड्स, मैसूर और पलक्कड़ में मैन्युफैक्चरिंग सुविधाएं हैं.

ICF ने पिछले महीने दो अत्याधुनिक हाई-स्पीड चेयरकार ट्रेनों के निर्माण के लिए टेंडर जारी किया था. ये ट्रेनें 508km लंबे मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन का हिस्सा होंगी. इस प्रोजेक्ट की अनुमानित लागत 1.1 लाख करोड़ रुपये है.

कंपनी के शेयर का परफॉर्मेंस

BEML का शेयर हल्की गिरावट के साथ 3720 रुपये बंद हुआ. पिछले 12 महीनों में स्टॉक 62% और YoY 32% बढ़ गया है. रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स 66 पर था.

ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, BEML पर नजर रखने वाले पांच में से चार एनालिस्ट ने इस शेयर पर 'खरीद' और एक ने 'बिकवाली' की रेटिंग दी है.

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