अदाणी की कंपनियों में और निवेश कर सकते हैं राजीव जैन, जानिए उन्होंने क्या कहा?

राजीव जैन ने कहा कि 'हमें लगता है कि ये यूनीक एसेट्स हैं. उन्होंने कहा कि समय के साथ ये वास्तव में लंबी अवधि के निवेश हैं

Source: Bloomberg

अदाणी ग्रुप की कंपनियों में पिछले हफ्ते 1.9 बिलियन डॉलर का निवेश करने के बाद, स्टार निवेशक राजीव जैन ने कहा कि उनका यूएस-बेस्ड फंड गौतम अदाणी की कंपनियों में और हिस्सेदारी बढ़ा सकता है.

'अदाणी के एसेट्स यूनीक हैं'

GQG पार्टनर्स के अध्यक्ष राजीव जैन ने बुधवार को ऑस्ट्रेलिया में पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'यह सबसे अच्छी एनर्जी ट्रांजिशन स्टोरीज है, जिन्हें आप खरीद सकते हैं, भारत में आपको मिलने वाली सबसे अच्छी इंफ्रास्ट्रक्चर एसेट्स में से एक है.'

राजीव जैन ने कहा कि 'हमें लगता है कि ये यूनीक एसेट्स हैं. उन्होंने कहा कि समय के साथ ये वास्तव में लंबी अवधि के निवेश हैं और उम्मीद है कि हम शायद ज्यादा खरीदारी करेंगे क्योंकि इस स्थिति में गुंजाइश अभी खत्म नहीं हुई है.'

हिंडनबर्ग के आरोप और GQG की खरीदारी

GQG पार्टनर्स ने गुरुवार को अदाणी परिवार के एक ट्रस्ट से चार कंपनियों में शेयर खरीदे, हिंडनबर्ग रिसर्च की 24 जनवरी की रिपोर्ट, जिसमें अदाणी ग्रुप पर अकाउंटिंग फ्रॉड और शेयरों में हेराफेरी के बेहद गंभीर आरोप लगे, जिसकी वजह से अदाणी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई. उसके बाद GQG पार्टनर्स की का सपोर्ट काफी मायने रखता है.

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद अदाणी ग्रुप ने उसके आरोपों को सिरे से खारिज किया, लेकिन उसके शेयरों में आई लगातार गिरावट के चलते ग्रुप की मार्केट वैल्यू से 150 बिलियन डॉलर साफ हो गए. लेकिन बीते हफ्ते से अदाणी के शेयरों में जोरदार मजबूती लौटी है.

निवेशकों के सेंटीमेंट्स में होगा सुधार

अदाणी ग्रुप की ओर से कॉरपोरेट गवर्नेंस और कर्जों की स्थिति के बारे में निवेशकों की चिंताओं को दूर करने की कोशिश की गई है, इस कोशिश में राजीव जैन के इस बयान से निवेशकों के सेंटीमेंट्स में सुधार देखने को मिल सकता है. जैन इस हफ्ते मेलबर्न में पेंशन फंड सहित निवेशकों के साथ बैठक कर रहे हैं और अगले दो दिन सिडनी में बिताएंगे.