महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) SML Isuzu का अधिग्रहण करेगी. कंपनी का मकसद बड़े कमर्शियल व्हीकल (CV) सेगमेंट में अपनी मौजूदगी को बढ़ाना है. डील की वैल्यू 555 करोड़ रुपये होगी. शनिवार को एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक स्कॉर्पियो निर्माता प्रोमोटर सुमितोमो कॉर्प की 43.96% हिस्सेदारी या 63,62,306 शेयर और इसुजु मोटर्स लिमिटेड से 650 रुपये/ शेयर की दर से 15% हिस्सेदारी या 21,70,747 शेयर खरीदेगा.
SML, M&M की लिस्टेड सब्सिडियरी बनेगी
इसके अलावा M&M 26% हिस्सेदारी जो 37,62,628 शेयरों के बराबर है, 1,554.60 रुपये/ शेयर के भाव पर खरीदने के लिए ओपन ऑफर पेश करेगी. ये भारत के बाजार नियमों के अनुसार है.
इस डील के बाद SML, M&M की लिस्टेड सब्सिडियरी बन जाएगी. नाम से ब्रैंड नाम ‘इसुजु’ हटा दिया जाएगा. कोटक इन्वेस्टमेंट बैंकिंग, महिंद्रा-एसएमएल इसुजु डील की वित्तीय सलाहकार है.
ये अधिग्रहण 3.5 टन से अधिक क्षमता वाले CV सेगमेंट में अपनी मौजूदगी बढ़ाने की कोशिश है जहां M&M की बाजार हिस्सेदारी 3% है. M&M का कहना है कि इस सौदे से उसकी बाजार हिस्सेदारी तुरंत दोगुनी होकर 6% हो जाएगी, जिसका लक्ष्य 2030-31 तक इसे 10-12% और 2035-36 तक 20% से अधिक करना है.
SML को क्या फायदा होगा?
इस पर टिप्पणी करने के लिए पूछे जाने पर S&P ग्लोबल मोबिलिटी फॉर इंडिया एंड आसियान के डायरेक्टर पुनीत गुप्ता ने NDTV प्रॉफिट को बताया, 'SML इसुजु एक कंपनी है जो महिंद्रा को ग्राहकों का एक बड़ा समूह देती है. दूसरी ओर M&M अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में नई तकनीकों को जोड़कर SML में वैल्यू जोड़ सकती है और ग्राहकों को बेहतर अनुभव दे सकती है.'
महिंद्रा ग्रुप के चीफ एक्जीक्यूटिव ऑफिसर अनीश शाह ने एक बयान में कहा कि 'SML इसुजु के अधिग्रहण को उनके उभरते व्यवसायों में पांच गुना ग्रोथ के अपने विजन में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर के रूप में देखा जाता है.
ये अधिग्रहण ज्यादा ग्रोथ की क्षमता वाले क्षेत्रों में निवेश करने के लिए हमारी पूंजी आवंटन रणनीति के अनुरूप है जिसमें जीतने का एक मजबूत अधिकार है और जिसने ऑपरेशनल एक्सीलेंस को दिखाया है.'