मुश्किलों से जूझ रही बायजूज (Byju's ) की कमान अब नए इंडिया CEO अर्जुन मोहन (Arjun Mohan) के हाथों में हैं. उनके कंधों पर जिम्मेदारी है कि कैसे इस एडटेक कंपनी को संकट से निकाल जाए. इसी कोशिश में अब कंपनी कई बड़े बदलावों की ओर बढ़ रही है, इसी में से एक है छंटनी, ये सिलसिला एक बार फिर शुरू होने वाला है.
बायजूज में बिजनेस रीस्ट्रक्चरिंग
बायजूज के प्रवक्ता ने BQ प्राइम को बताया, 'हम ऑपरेटिंग स्ट्रक्चर को सरल बनाने, लागत आधार को कम करने और बेहतर कैश फ्लो मैनेजमेंट के लिए बिजनेस रीस्ट्रक्चरिंग के अंतिम चरण में हैं.'बायजूज के नए इंडिया CEO, अर्जुन मोहन, इस प्रक्रिया को पूरा करेंगे. अगले कुछ हफ्ते और आगे एक नया और टिकाऊ ऑपरेशन चलाएंगे.
हालांकि कंपनी ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि इस रीस्ट्रक्चरिंग से कितने कर्मचारी प्रभावित होंगे. कई मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किया गया है कि ये संख्या 4,000 और 5,000 के बीच हो सकती है. करीब एक साल पहले शुरू हुई परेशानियों के बाद से कंपनी अब तक करीब 3,600 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल चुकी है.
इसी हफ्ते नतीजों का ऐलान!
काफी लंबे समय के बाद बायजूज इस हफ्ते वित्त वर्ष 2022 के नतीजों का ऐलान भी कर सकती है. रीस्ट्रक्चरिंग शुरू होने के बाद से बीते कुछ हफ्तों में कई सीनियर अधिकारियों ने कंपनी को छोड़ा है.
चीफ बिजनेस ऑफिसर प्रत्यूषा अग्रवाल; मुकुट दीपक, बायजूज के क्लास 4-10 स्कूल सेगमेंट के बिजनेस हेड; और बायजूज के ट्यूशन सेंटर बिजनेस के हेड हिमांशु बजाज ने कंपनी छोड़ दी है.
व्हाइटहैट जूनियर की CEO अनन्या त्रिपाठी भी कथित तौर पर नौकरी छोड़ चुकी हैं. जबकि भारत के बिजनेस हेड मृणाल मोहित ने अर्जुन मोहन के लिए जगह बनाई है. बायजूज के इंटरनेशनल बिजनेस के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट चेरियन थॉमस ने भी इस्तीफा दे दिया है.