मुंबई पुलिस ने रेलिगेयर एंटरप्राइजेज के 3 वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ FIR दर्ज की है. इन अधिकारियों में एग्जीक्यूटिव चेयरपर्सन रश्मि सलूजा, ग्रुप CFO नितिन अग्रवाल और ग्रुप के जनरल काउंसल निशांत सिंघल शामिल हैं.
एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक FIR में गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए गए हैं. इस बीच तीनों अधिकारियों ने इन आरोपों को नकारा है. रेलिगेयर एंटरप्राइजेज पर इस FIR के वित्तीय प्रभाव को फिलहाल मापा नहीं जा सका है.
बर्मन परिवार के पक्ष में आया था SEBI और SAT का फैसला
बता दें डाबर से जुड़े बर्मन परिवार का रेलिगेयर में हिस्सेदारी बढ़ाने को लेकर कंपनी के साथ लंबा विवाद चला है.
इससे पहले SAT ने रेलिगेयर को SEBI के निर्देशों का पालन करने का आदेश दिया था. इससे फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म में बर्मन परिवार की हिस्सेदारी बढ़ने का रास्ता साफ हुआ था. दरअसल बर्मन परिवार 235 रुपये/शेयर के हिसाब से 1.73 करोड़ शेयर्स के अधिग्रहण से अपनी हिस्सेदारी को 25% पहुंचाना चाह रहा था.
हालांकि पहले SAT ने रेलिगेयर को जारी किए गए शोकॉज नोटिस पर भी स्टे लगा दिया था, जिससे कंपनी को कुछ राहत मिली थी. ये आदेश 19 जून को आए SEBI ऑर्डर के बाद आया है, जिसमें रेलिगेयर को 12 जुलाई तक RBI समेत सभी रेगुलेटरी बॉडीज से अप्रूवल लेने के लिए कहा गया. ताकि बर्मन का ओपन ऑफर को पूरा किया जा सके.
रेलिगेयर ने SAT में अपील फाइल कर इस आदेश को चुनौती दी. ठीक इसी दौरान दिल्ली हाई कोर्ट में रिट पिटीशन दायर कर बर्मन के अधिग्रहण की फोरेंसिक जांच करने की अपील की.
SEBI ने इस तथ्य को मान्यता दी थी कि बर्मन परिवार ने 25 सितंबर 2023 को शेयर खरीदने की मंशा सार्वजनिक तौर पर जाहिर कर दी थी. लेकिन रेलिगेयर से रेगुलेटरी अप्रूवल की कोशिश करने के बावजूद, जरूरी सहयोग नहीं मिला था.