स्पाइसजेट (SpiceJet Ltd.) ने कार्लाइल एविएशन (Carlyle Aviation) के साथ फाइनेंशियल रीस्ट्रक्चरिंग प्लान की घोषणा की है. इससे कंपनी का कर्ज 336 करोड़ रुपये कम हो जाएगा. इसमें डेट को इक्विटी में बदलने की भी योजना है.
डेट रीस्ट्रक्चरिंग प्लान के ऐलान के बाद स्पाइसजेट के शेयरों में सोमवार को अच्छी तेजी देखने को मिली, इसमें 5.5% का इंट्राडे उछाल देखा गया और ये 64.86 रुपये/शेयर पर पहुंच गया. कारोबार बंद होने के बाद शेयर 4.12% तेजी के साथ 63.99 रुपये/शेयर पर क्लोज हुआ.
स्पाइसजेट इस वक्त भारी कर्ज में डूबी हुई है. इस पर करीब 4,300 करोड़ रुपये का कर्ज है. इसमें कार्लाइस का भी एक बड़ा हिस्सा है. स्पाइसजेट पर कार्लाइल का 30 जून 2024 तक करीब 1,157 करोड़ रुपये का कर्ज था, जो समझौते के तहत 820 करोड़ रुपये पर एडजस्ट हो जाएगा.
फिर इस कर्ज को इक्विटी में बदला जाएगा. इसके चलते प्रोमोटर्स शेयरहोल्डिंग 47.79% से कम होकर 45% पर आ जाएगी.
कार्लाइल एविएशन ने डेट रीस्ट्रक्चरिंग प्लान के तहत स्पाइसजेट के शेयर्स का वैल्यूएशन 100 रुपये/शेयर लगाया है. फिलहाल एयरलाइन का शेयर इसकी तुलना में करीब 40% डिस्काउंट पर चल रहा है.
स्पाइसजेट पर 4,300 करोड़ रुपये का कर्ज
6 सितंबर को कंपनी की ओर से जारी कॉरपोरेट प्रेजेंटेशन के मुताबिक स्पाइसजेट के ऊपर कुल 4,300 करोड़ से ज्यादा का कर्ज है, इसमें से 650 करोड़ रुपये कानूनी बकाया है.
कंपनी QIP के जरिए भी 2,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है. एयरलाइन पहले ही बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स से 3,000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए मंजूरी ले चुकी है. इसके अलावा प्रोमोटर्स को वारंट जारी करके 736 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है.
स्पाइसजेट की स्थिति पर नजर: विमानन मंत्री
स्पाइसजेट की माली स्थिति ठीक नहीं चल रही है, अभी हाल ही में एयरलाइन ने अपने 150 केबिन क्रू को तात्कालिक तौर पर 3 महीने के लिए बिना वेतन छुट्टी पर भेज दिया. एयरलाइन ने अपने फैसले के लिए कमजोर ट्रैवल सीजन और फ्लीट साइज में कमी को इस फैसले की वजह बताया है, जिसका मकसद लॉन्ग टर्म स्टेबिलिटी लाना है.
इस बीच सिविल एविएशन मिनिस्टर के राममोहन नायडू ने रिपोर्ट्स से चर्चा में कहा कि स्पाइसजेट संकट में फंसी है और सिविल एविएशन मिनिस्ट्री पूरे हालात पर करीब से नजर बनाए हुए है.