विनफास्ट की आय में कमी का टाटा टेक्नोलॉजीज पर असर, क्या निवेशकों को चिंतित होना चाहिए?

टाटा टेक्नोलॉजीज मोटे तौर पर दो सेगमेंट- सर्विसेज और टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस में काम करती है.

Source: Tata Tech website

टाटा टेक्नोलॉजीज (Tata Technologies) 1 दिसंबर, 2023 को बाजार में लिस्ट हुई थी. इसकी लिस्टिंग तो शानदार रही थी, लेकिन बीते 9 महीनों में कंपनी ने अंडरपरफॉर्म किया है.

टाटा टेक्नोलॉजीज प्रोडक्ट डेवलपमेंट और डिजिटल सॉल्यूशन उपलब्ध करवाती है. कंपनी की लिस्टिंग भारतीय बाजारों पर सबसे अच्छे डेब्यू में से एक थी और इसका स्टॉक इश्यू प्राइस की तुलना में 180% तक चढ़ गया था.

तो फिर मामला कहां बिगड़ गया?

विनफास्ट डील: अब तक सही साबित नहीं हुआ सौदा

कंपनी लिस्ट होने के बाद अब तक तीन वित्तीय नतीजों की घोषणा कर चुकी है. FY24 में तीसरी तिमाही थोड़ी ठीक थी, लेकिन चौथी तिमाही पर इसके सबसे बड़े क्लाइंट विनफास्ट की आय में कमी आने का प्रभाव पड़ा.

भले ही कंपनी ने तीसरी तिमाही मुनाफे में 6% की ग्रोथ दर्ज की, लेकिन परिणाम घोषित होने के अगले दिन स्टॉक 0.5% की मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ.

चौथी तिमाही की अर्निंग कॉल में कंपनी ने कहा कि विनफास्ट की आय में गिरावट का FY25 की पहली तिमाही पर असर पड़ेगा, जबकि Q2 FY25 में इसका प्रभाव मामूली होगा.

टाटा टेक्नोलॉजीज के बिजनेस सेगमेंट

कंपनी प्रमुखत: ऑटोमोटिव इंडस्ट्री पर फोकस है. ये दो सेगमेंट, सर्विसेज और टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस में काम करती है.

कंपनी ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग कस्टमर्स को आउटसोर्स इंजीनियरिंग और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन सर्विसेज उपलब्ध कराती है, ताकि उन्हें बेहतर प्रोडक्ट की डिजाइन और विकास में मदद मिल सके.

इसके टेक्नोलॉजी सॉल्यूशन सेगमेंट के दो भाग हैं: प्रोडक्ट और एजुकेशन. अपने प्रोडक्ट बिजनेस से ये थर्ड पार्टी सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन बेचता है. कंपनी कंसल्टेंसी, इंप्लीमेंटेशन, सिस्टम इंटीग्रेशन और सपोर्ट जैसी सर्विसेज भी उपलब्ध करवाती है.

टाटा टेक्नोलॉजीज को सर्विस बिजनेस से लगभग 78% रेवेन्यू मिलता है.

कंपनी मार्जिन

कंपनी का EBIT मार्जिन FY25 की पहली तिमाही में 15.9% रहा है, जबकि FY24 की तीसरी और चौथी तिमाही में 16.2% पर था. टाटा टेक्नोलॉजीज को उम्मीद है कि मध्यम अवधि में मार्जिन 200 से 250 बेसिस प्वाइंट बढ़ेगा.

स्टॉक प्राइस मूवमेंट

टाटा टेक्नोलॉजीज का शेयर 1,200 रुपये/शेयर पर लिस्ट है, जो इसके इश्यू प्राइस (475 रुपये से 500 रुपये/शेयर) से 140% ज्यादा है. 17% की तेजी के साथ लिस्टिंग वाले दिन ही ये उछाल बढ़कर 180% तक पहुंच गया. IPO को आखिरी दिन 69.43 गुना सब्सक्राइब किया गया था.

लेकिन बाद में स्टॉक अस्थिर रहा है. 5 अगस्त को 976 रुपये/शेयर के निचले स्तर पर पहुंच गया था. उसके बाद ये नुकसान को कम करते हुए 5 सितंबर को 1,076.40 रुपये/शेयर पर बंद हुआ. हालांकि, ये अब भी ये लिस्टिंग प्राइस से नीचे है.

ब्लूमबर्ग डेटा के मुताबिक, कंपनी पर नजर रखने वाले 10 एनालिस्ट्स में से तीन ने 'Buy' रेटिंग और 7 ने 'Sell' रेटिंग दी है. ICICI सिक्योरिटीज ने शेयर पर 1,290 रुपये/शेयर के टारगेट प्राइस के साथ Buy रेटिंग दी है.

ICICI सिक्योरिटीज ने कहा कि टाटा टेक्नोलॉजीज की अपने प्रतिस्पर्धियों की तुलना में बड़े खिलाड़ियों के साथ साझेदारी है. जिसके चलते विनफास्ट से आई गिरावट को बहुत नीचे जाने से रोका जा सकता है.

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