भरे हुए हैं खाद्यान्न भंडार, फिक्र करने की कोई बात नहीं : वित्त मंत्री अरुण जेटली

वित्त मंत्री ने कहा कि 100 दिनों में जो निर्णय लिए गए, उनका दीर्घकालीक प्रभाव धीरे-धीरे महसूस होगा। जेटली ने कहा कि 30 साल बाद एक पार्टी की सरकार बनने से फैसले लेना आसान हुआ और अर्थव्यवस्था के प्रति निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि 5.7 फीसदी की विकास दर हौसला बढ़ाने वाली है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि देश के खाद्यान्न भंडार भरे हुए हैं, इसलिए फिक्र की कोई बात नहीं है। उन्होंने कहा कि महंगाई चिंता की बात होती है, लेकिन विकास के साथ महंगाई थोड़ी बढ़ती ही है। वित्त मंत्री ने कहा कि मुद्रास्फीति को काबू में करना, वृद्धि एवं निवेश को फिर से पटरी पर लाना तथा राजकोषीय घाटे को स्वीकार्य स्तर पर रखना सरकार की प्राथमिकता है।

जेटली ने कहा कि जब बीजेपी ने सत्ता संभाली, देश के समक्ष निर्णय लेने में धीमापन तथा निवेशकों का विश्वास खो जाने जैसी चुनौतियां खड़ी थी।

वित्त मंत्री ने कहा कि 100 दिनों में जो निर्णय लिए गए, उनका दीर्घकालीक प्रभाव धीरे-धीरे महसूस होगा। जेटली ने कहा कि 30 साल बाद एक पार्टी की सरकार बनने से फैसले लेना आसान हुआ और अर्थव्यवस्था के प्रति निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। उन्होंने कहा कि 5.7 फीसदी की विकास दर हौसला बढ़ाने वाली है।

उन्होंने कहा कि सरकार कारोबार को आसान बनाने के लिए कदम उठा रही है, महत्वपूर्ण क्षेत्रों को खोला गया है, जबकि ज्यादातर क्षेत्रों में सामाजिक क्षेत्र के व्यय को बरकरार रखते हुए निर्णय लेने की प्रक्रिया में तेजी लाई गई है।

जेटली ने कहा कि हम सभी राजनीतिक दलों के साथ यह चर्चा करेंगे कि क्या जमीन अधिग्रहण विधेयक में कुछ और लचीलापन (रियायतें बढ़ाने के मामले में) लाया जा सकता है। वित्त मंत्री ने कहा कि कुल मिलाकर मुद्रास्फीति में नरमी आई है और विनिर्माण क्षेत्र में भी स्थिति बदल रही है। जेटली ने कहा कि देश के पास खाद्यान्न का पर्याप्त भंडार है और सामान्य तौर पर एक समय होता है, जब कुछ फल एवं सब्जियों के दाम चढ़ जाते हैं।

लेखक NDTV Profit Desk
जरूर पढ़ें
1 FIIs ने की ₹4,066 करोड़ की बिकवाली, एयरटेल का मुनाफा सिर्फ 2.3% बढ़ा, सीमेंस का मुनाफा 70.2% बढ़ा
2 छोटी कंपनियों के IPO में बड़ा रिस्क, फ्रॉड के मामलों ने बढ़ाई चिंता
3 घर खर्चा: महंगाई भले ही 11 महीने के निचले स्तर पर हो, लेकिन घर के खर्चे अब भी ज्यादा
4 Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री मोदी भी हैं करोड़पति, जानें कितनी है संपत्ति?