रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने वित्त वर्ष 2024 (FY24) में देश की GDP ग्रोथ रेट 7.8% रहने का अनुमान लगाया है. एजेंसी के मुताबिक, वित्त वर्ष 2024 की मार्च तिमाही (Jan-Mar 2024) में GDP ग्रोथ रेट 6.7% रह सकती है. ये अनुमान पिछली 4 तिमाही के आंकड़ों की तुलना में सबसे कम है. इससे पहले दिसंबर तिमाही में ये आंकड़ा 8.4% रहा था.
वित्त वर्ष 2022-23 की जनवरी-मार्च तिमाही में देश की GDP 6.1% बढ़ी थी, जबकि पूरे वित्त वर्ष 2022-23 के लिए GDP ग्रोथ 7% थी.
सरकार 31 मई को GDP आंकड़े जारी कर सकती है.
ICRA की चीफ इकोनॉमिस्ट (रिसर्च एंड आउटरीच हेड) अदिति नायर ने इसके पीछे लोअर वॉल्यूम ग्रोथ और कमोडिटी की कीमतों से होने वाले लाभ में कमी को कारण बताया है, जिसके चलते कुछ इंडस्ट्रियल सेक्टर्स का प्रॉफिट प्रभावित (कम) हुआ. उन्होंने ये भी कहा कि 2023-24 की चौथी तिमाही में शहरी खपत मजबूत रहने की उम्मीद है.
निवेश गतिविधियों में मिक्स ट्रेंड
ICRA के मुताबिक, मार्च तिमाही में इन्वेस्टमेंट एक्टिविटी अच्छी रही, जो इन्वेस्टमेंट से जुड़े इंडिकेटर्स में मिक्स ट्रेंड दर्शाता है. जनवरी 2024 में हुए स्टेट इन्वेस्टर्स मीटिंग्स और प्राइवेट व सरकारी, दोनों तरह के प्रोजेक्ट्स पूरे होने में बढ़ोतरी के चलते नए प्रोजेक्ट्स की घोषणाएं भी खूब हुई, जो दूसरे सर्वोच्च तिमाही के लेवल पर पहुंच गई.
हालांकि, दिसंबर तिमाही की तुलना में मार्च तिमाही में कुछ इन्वेस्टमेंट से जुड़े कुछ इंडिकेटर्स नरम पड़ गए और जनवरी 2024 की तुलना में फरवरी और मार्च 2024 में नए प्रोजेक्ट्स के प्रस्ताव कुछ कम आए हैं.