RBI MPC Full Updates: रेपो रेट, GDP ग्रोथ और महंगाई अनुमान पर पूरी अपडेट; PC में गवर्नर ने BRICS करेंसी पर भी साफ की तस्‍वीर

केंद्रीय बैंक RBI के गवर्नर शक्तिकांता दास तीन दिनों तक चली MPC की मीटिंग में लिए गए फैसलों के बारे में जानकारी दी. प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में अधिकारियों ने कई सवालों के जवाब दिए.

Source: Videograb from X@rbi
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भारतीय रिजर्व बैंक की 4 से 6 दिसंबर तक चली मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग के बाद केंद्रीय बैंक ने लगातार 11वीं बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट पिछली 11 पॉलिसीज से 6.5% पर बरकरार है. RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने लिए गए फैसलों के बारे में बताया, जिस पर हमने आपको तमाम अपडेट्स दी. अब RBI गवर्नर की अध्‍यक्षता वाली मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी के अधिकारियों ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में कई अहम सवालों के जवाब दिए.

RBI-MPC मीटिंग पर JP मॉर्गन की टिप्‍पणी

  • जैसी उम्‍मीद थी, MPC ने नरम रुख अपनाया

    • बैंक के CRR में 50 BPS की कटौती से फरवरी में कटौती का रास्ता खुला है

    • RBI के लिए महंगाई पूर्वानुमान को बढ़ाना और उसी मीटिंग में कटौती करना थोड़ा अजीब होगा

  • फरवरी में ब्याज दरों में कटौती तभी संभव है, जब

    • फरवरी तक महंगाई RBI के अनुमानों के अनुरूप रहे

    • CPI पर RBI आश्‍वस्‍त हो कि ये 4% के स्तर पर ही रहे

  • CPI पर ज्‍यादा आश्‍वस्‍त होने पर RBI, ग्रोथ पर काम करेगा

    • RBI के GDP पूर्वानुमान 6.6% (अनुमानित 6.4%) में मामूली गिरावट का जोखिम दिख रहा है

    • CRR में किस्तों में कटौती से सिस्टम में 1.16 लाख करोड़ रुपये की सस्‍टेनेबल लिक्विडिटी आएगी

गवर्नर ने BRICS करेंसी पर साफ की तस्‍वीर

BRICS करेंसी के सवाल पर RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा, 'ये एक ऐसा विचार था जिसे सदस्य देशों में से एक देश ने उठाया था. इस पर अब तक कोई फैसला नहीं लिया गया है.'

उन्‍होंने कहा कि हमने डॉलर को खत्म करने के इरादे से कोई कदम नहीं उठाया है. हमने वोस्ट्रो खाते खोलने की अनुमति दी है और स्थानीय मुद्रा व्यापार के लिए दो देशों के साथ समझौते किए हैं.

उन्‍होंने कहा, 'कभी-कभी एक करेंसी पर निर्भरता से समस्याएं हो सकती हैं. भारतीय व्यापार को जोखिम से बचाने के लिए कुछ कदम उठाए गए हैं.'

गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा, 'डी-डॉलराइजेशन की बात अभी तक नहीं की गई है; बल्कि ये अभी एक कहानी की तरह है. उन्‍होंने कहा, यदि अमेरिका टैरिफ बढ़ाता है, तो ये कोई अलग घटना नहीं होगी. ये कहना मुश्किल है कि अमेरिका की ओर से हाई टैरिफ के जवाब में हमारा एकतरफा कदम क्या होगा.'

इंश्‍योरेंस की मिस सेलिंग पर RBI

इंश्‍योरेंस की मिस-सेलिंग पर RBI के दिशानिर्देश पहले से ही हैं. इनके उल्‍लंघन पर हम कार्रवाई करते हैं. वहीं, इंश्‍योरेंस सेक्‍टर में बैंकों की हिस्‍सेदारी और निवेश के सवाल पर RBI की ओर से बताया गया कि इसके लिए एक ड्राफ्ट जारी किया गया है, इस पर फीडबैक का इंतजार कर रहे हैं. इस आधार पर भविष्‍य के लिए दिशानिर्देश तय किए जाएंगे.

बैलेंस शीट देख कर नहीं लेते फैसले

RBI के डिप्‍टी गवर्नर ने कहा,

  • दिसंबर के दूसरे हिस्से और जनवरी में लिक्विडिटी की कमी रहेगी

  • बैंकों की बैलेंस शीट देखकर पॉलिसी या लिक्विडिटी के फैसले नहीं लेते हैं

सरकार के साथ को-ऑर्डिनेशन

डॉ माइकल पात्रा ने कहा,

  • हमारे मन में किसी बात को लेकर चिंता होती है तो हम सरकार को बताते हैं

  • सरकार के साथ हमारा को-ऑर्डिनेशन था और ये आगे भी जारी रहेगा

CRR का काम पूरा हुआ: डॉ पात्रा

कैश रिजर्व रेश्‍यो को घटाए जाने के सवाल पर डॉ माइकल पात्रा ने कहा, 'CRR में बढ़ोतरी अप्रैल 2022 में एक अस्थाई उपाय के रूप में की गई थी. CRR ने अपना काम पूरा कर लिया था, अब इसे सामान्य करने का समय आ गया था.'

'महंगाई के घोड़े को बांधकर रखने का प्रयास'

महंगाई पर उन्‍होंने कहा, 'घोड़े ने भागने का बहुत बहादुरी भरा प्रयास किया है, पर हमारा प्रयास है कि उसे कसकर बांधकर रखा जाए.' हमारा प्रयास हमेशा महंगाई और ग्रोथ पर हमें दिए गए आदेश का पालन करना है.

डिमांड और सप्‍लाई, दोनों मोर्चे पर दिक्‍कत

RBI के डिप्‍टी गवर्नर डॉ माइकल पात्रा ने कहा, 'डिमांड के मोर्चे पर मुख्य समस्या निवेश की है, जबकि सप्लाई के मोर्चे पर मुख्य समस्या मैन्युफैक्चरिंग है और ये दोनों समस्याएं आपस में जुड़ी हैं.'

RBI गवर्नर ने रखी 5 बातें

RBI गवर्नर श‍क्तिकांता दास ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में मीडिया के सवालों से पहले अपने बयान में कहा,

  • MPC महंगाई और ग्रोथ के बीच संतुलन बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है, जो हाल ही में अस्थिर हो गया है.

  • RBI महंगाई और ग्रोथ के संतुलन को बहाल करने के लिए विभिन्न इंस्ट्रूमेंट्स इस्‍तेमाल करेंगे और नीतिगत फैसले लेंगे.

  • महंगाई के लक्ष्‍य की विश्वसनीयता को बनाए रखने की जरूरत है.

  • सतत विकास के लिए महंगाई को नीचे लाना होगा.

  • RBI के भविष्य के कार्यों के लिए विवेक, व्यावहारिकता और समयबद्धता मार्गदर्शक सिद्धांत बने रहेंगे.

MPC के अन्‍य महत्‍वपूर्ण फैसले

  • RBI ने अपने कम्‍यूनिकेशन टूलकिट में पॉडकास्ट को जोड़ने का प्रस्ताव रखा

  • 2019 में लॉन्च किए गए FX रिटेल प्लेटफॉर्म को अब NPCI के भारत कनेक्ट प्लेटफॉर्म से जोड़ने का प्रस्ताव है

  • छोटे किसानों के लिए कर्ज की सीमा 1.6 लाख से बढ़ाकर 2 लाख रुपये किया

    • (ये कर्ज किसानों को कुछ गिरवी रखे बिना मिलता है)

  • RBI ने "mule accounts" यानी हेरफेर करने वालों के खातों पर नजर रखने के लिए themulehunter.ai तैयार किया है

    • themulehunter.ai की मदद से डिजिटल फ्रॉड रोकने में मदद मिलेगी

...ताकि कैपिटल इनफ्लो बढ़े

केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा,

  • कैपिटल इनफ्लो को बढ़ाने के लिए FCANRB डिपॉजिट्स पर ब्याज दर की अधिकतम सीमा बढ़ाने का निर्णय लिया गया है

  • बैंकों को 1-वर्षीय FCANRB डिपॉजिट्स के माध्यम से ओवरनाइट अल्‍टरनेटिव रेफरेंस रेट 400 BPS अधिक दर पर फंड जुटाने की अनुमति दी गई है, जो अभी 250 BPS है

  • 3-5 वर्ष की परिपक्वता पर FCANRB डिपॉजिट्स दरों की अधिकतम सीमा भी बढ़ाई गई

  • डिपॉजिट्स डिपॉजिट्स दर में छूट 31 मार्च, 2025 तक उपलब्ध रहेगी

MPC के ऐलान के बाद बैंकिंग शेयर गिरे

मॉनिटरी पॉलिसी पर RBI के ऐलान के बाद बैंक शेयरों में गिरावट दर्ज की गई. सबसे ज्‍यादा बंधन बैंक के शेयर 1.90% तक गिरे.

लाभार्थियों के खाते को अलग रखें सारे बैंक

शक्तिकांता दास ने बताया,

  • बैंकों को लाभार्थियों के खातों को अलग से ध्यान रखने को कहा गया है

  • लाभार्थियों के खातों में केंद्र, राज्य सरकारों से DBT आता है

  • अनक्लेम्ड खातों पर बैंकों को पिछले दिनों दिशा-निर्देश दिए

RBI ने CRR को 0.5% घटाकर 4% किया

गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा,

  • अक्टूबर और नवंबर में बैंकिग सिस्टम में लिक्विडिटी सरप्लस है

  • बैंक रेट 6.75% पर कायम

  • CRR यानी कैश रिजर्व रेश्‍यो में 0.5% की कटौती

  • बैंकों के पास लिक्विडिटी बढ़ाने के लिए CRR घटाया

  • CRR घटाने से सिस्टम में 1.16 लाख करोड़ की लिक्विडिटी आएगी

RBI ने जताई महंगाई बढ़ने की आशंका

  • RBI ने FY25 के लिए खुदरा महंगाई का लक्ष्य 4.8% रखा, पहले ये 4.5 था

  • शहरी खर्च में कमी आ रही है, मगर ग्रामीण खर्च में सुधार

  • ग्रोथ बढ़ रही है, मगर महंगाई बढ़ने से लोगों के खर्च करने की क्षमता घटी

  • आगे चलकर महंगाई घटने की उम्मीद, इसके RBI के दायरे में आने की उम्मीद

खुदरा महंगाई का अनुमान

  • FY25 Q3 के लिए 4.5% से बढ़ाकर 4.8%

  • FY25 Q4 के लिए 4.2% से बढ़ाकर 4.5%

  • FY26 Q1 के लिए 4.3% से बढ़ाकर 4.6%

  • FY26 Q2 के लिए महंगाई अनुमान 4%

RBI ने घटाया GDP ग्रोथ का लक्ष्य

केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा,

  • RBI ने FY25 के लिए GDP ग्रोथ का लक्ष्य घटाया

  • FY25 के लिए GDP ग्रोथ का लक्ष्य घटाकर 6.6% किया

  • पहले RBI का FY25 GDP ग्रोथ का लक्ष्य 7.2% था

आर्थिक सुधार की है उम्‍मीद

शक्तिकांता दास ने कहा,

  • इंडस्ट्रियल गतिविधियों में अब सुधार की उम्मीद

  • मॉनसून के खत्म होने के बाद सीमेंट, मेटल में सुधार की उम्मीद

  • नवंबर में PMI 54 पर रही जो अच्छी कही जाएगी

  • ग्रामीण खपत में लगातार ग्रोथ दिख रही है

  • सरकारी पू्ंजीगत खर्च भी बढ़ रहा है

MPC ने पॉलिसी का रुख 'न्यूट्रल' रखा

RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा,

  • इमर्जिंग मार्केट से पैसा निकलने से बाजार में उतार-चढ़ाव आया

  • मैन्युफैक्चरिंग में गिरावट चौतरफा नहीं थी, कुछ सेक्टर्स में आई

वजह- GDP ग्रोथ में कमी और महंगाई

केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा,

  • अक्टूबर में खुदरा महंगाई (CPI) 6% से ज्यादा रही

  • निजी खपत में कमी से GDP ग्रोथ में कमी आई

रेपो रेट 6.5% पर बरकरार 

रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा कि 4, 5 और 6 दिसंबर के दौरान हुई मॉनिटरी पॉलिसी की बैठक में MPC ने 4:2 मत से पॉलिसी रेट्स में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है.

केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने कहा,

  • महंगाई को काबू में रखना RBI का काम

  • GDP ग्रोथ पर भी ध्यान रखना जरूरी

MPC के फैसलों की पूरी डिटेल

4 से 6 दिसंबर तक चली भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग के बाद केंद्रीय बैंक RBI के गवर्नर लिए गए फैसलों के बारे में बताया. केंद्रीय बैंक ने लगातार 11वीं बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है. पहले से जो अनुमान जताया जा रहा था, वो सच साबित हुआ. ब्‍लूमबर्ग पोल में 25 इकोनॉमिस्ट्स में से 21 का मानना था कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा. रेपो रेट पिछली 11 पॉलिसीज से 6.5% पर बरकरार है. यहां पढ़ें MPC के फैसलों की पूरी डिटेल.

Source: Videograb from X@rbi

क्‍या CRR में हो सकती है कटौती?

GDP ग्रोथ में कमी के बीच रेपो रेट में कटौती की संभावना नहीं है, लेकिन अनुमान है कि CRR यानि कैश रिजर्व रेशियो में कटौती की जा सकती है. CRR किसी बैंक की कुल जमा राशि का वो प्रतिशत होता है, जिसे बैंक को लिक्विड कैश में RBI के पास रिजर्व के तौर पर रखना होता है. मौजूदा समय में CRR 4.5% है.

रेपो रेट से आपका कनेक्‍शन

रेपो रेट वो दर होती है, जिस पर RBI बैंकों को कर्ज देता है. अगर RBI बाजार में कैश फ्लो बढ़ाने के लिए रेपो रेट में कटौती का कदम उठाता है, तो इसका मतलब ये होगा कि कर्ज लेना सस्ता हो सकता है. ये खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद होगा, जो होम लोन या अन्‍य लोन लेने का प्‍लान कर रहे हैं. रेपो रेट घटने से बैंक, इससे लिंक्ड लोन रेट्स में कमी करेंगे, जिससे आपके लोन की EMI घट जाएगी. साथ ही रेपो रेट कम होने से बैंकों को RBI से कम दरों पर कर्ज मिल सकेगा और उनके पास पैसे रहेंगे, तो वे डिपॉजिट रेट्स में भी बढ़ोतरी कर सकते हैं.

ग्रोथ रेट और महंगाई

देश की आर्थिक ग्रोथ रेट सितंबर तिमाही में घटकर 5.4% पर आ गई थी, जो कि पिछली 7 तिमाहियों में सबसे कम है. वहीं अक्‍टूबर में रिटेल इनफ्लेशन की बात करें तो ये 14 महीने के उच्‍चतम स्‍तर 6.21% पर पहुंच गया. ये RBI की तय सीमा से काफी ज्‍यादा है. इससे पहले सितंबर में खुदरा महंगाई दर 5.49% रही थी. अगस्‍त में ये आंकड़ा 3.65% और उससे पहले जुलाई में 3.54% रहा था, जो कि RBI की तय सीमा 4% से नीचे था.

4 दिसंबर से चली भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनिटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग के बाद केंद्रीय बैंक RBI आज ब्‍याज दरों का ऐलान करेगा. माना जा रहा है कि RBI लगातार 11वीं बार भी रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं करेगा. ब्लूमबर्ग के पोल में 25 इकोनॉमिस्ट्स में से 21 ये मान रहे हैं कि रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं होगा. रेपो रेट पिछली 10 पॉलिसीज से 6.5% पर बरकरार है.

रिजर्व बैंक के सामने जुलाई-सितंबर तिमाही में GDP की धीमी रफ्तार और महंगाई जैसी चुनौतियां सामने हैं, यही वजह है कि शक्तिकांता दास ब्याज दर में कोई छेड़छाड़ करने से बचेंगे. MPC ने आखिरी बार रेपो रेट में फरवरी 2023 में कटौती की थी.

दिसंबर मीटिंग के फैसलों की घोषणा RBI गवर्नर शक्तिकांत दास करने वाले हैं. अगर उनका कार्यकाल नहीं बढ़ाया जाता है तो ये उनकी आखिरी MPC मीटिंग हो सकती है.

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