देश में अनुमानित 118 अरब टन कोयला भंडार अगले सौ सालों तक चलेगा। यह बात संसद में सोमवार को कही गई।
केंद्रीय कोयला राज्य मंत्री प्रतीक प्रकाशबापू पाटील ने राज्य सभा में एक लिखित जवाब में कहा कि कोयला उत्पादन बढ़ाने की राह में कई बाधाओं के कारण 11वीं योजना अवधि में देश में कोयले की मांग और उपलब्धता में काफी फासला बढ़ गया।
बाधाओं के रूप में उन्होंने पर्यावरण मंजूरी हासिल करने में देरी, भूमि अधिग्रहण का मसला, कुछ राज्यों में कानून और व्यवस्था का मुद्दा और कोयला उत्खनन की बाधा को गिनाया।
एक अन्य सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि कोयले की मांग और आपूर्ति का फासला घटाने के लिए सरकार ने सरकारी कोयला कम्पनी की भूमि पर कोयला वाशरी स्थापित करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि सरकारी कोयला कम्पनी कोल इडिया ने 11.11 करोड़ टन कच्चा कोयला उत्पादन क्षमता वाली 20 कोकिंग और नॉन कोकिंग कोयला वाशरी स्थापित करने की योजना बनाई है।