देश का निर्यात जुलाई माह में 11.64 प्रतिशत की जोरदार बढ़ोतरी के साथ 25.83 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इस तरह निर्यात में पिछले दो महीने में आ रही गिरावट का सिलसिला थम गया।
अफ्रीका, आसियान तथा सुदूर पूर्व की मांग से निर्यात में इजाफा हुआ। वहीं जुलाई में आयात 6.2 प्रतिशत घटकर 38.1 अरब डॉलर पर आ गया, इससे माह का व्यापार घाटा 12.2 अरब डॉलर रहा। पिछले साल जुलाई में व्यापार घाटा 17.47 अरब डॉलर रहा था। जुलाई में सोने और चांदी का आयात घटकर 2.9 अरब डॉलर रह गया, जो जुलाई, 2012 में 4.4 अरब डॉलर रहा था।
वाणिज्य सचिव एसआर राव ने कहा कि अफ्रीका, आसियान तथा सुदूर पूर्व के क्षेत्रों को निर्यात बढ़ा है जिससे देश के कुल निर्यात में बढ़ोतरी हुई है। चालू वित्त के पहले चार महीनों - अप्रैल से जुलाई में निर्यात 1.72 प्रतिशत के इजाफे से 98.2 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। वहीं इस दौरान आयात 2.82 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 160.7 अरब डॉलर का रहा।
इस अवधि में व्यापार घाटा 62.4 अरब डॉलर रहा। जुलाई में कच्चे तेल का आयात 8 प्रतिशत घटकर 12.7 अरब डॉलर, जबकि अप्रैल से जुलाई अवधि में यह 2.65 फीसदी इजाफे से 54.5 अरब डॉलर का रहा।