अरुण जेटली ने सरकारी खर्चों में और कटौती का दिया संकेत

राजकोषीय घाटा नवंबर में ही लक्ष्य के पार चले जाने के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने खर्च में और कटौती का संकेत दिया है, जिससे चालू वित्त वर्ष के लिए इसे सीमित दायरे में रखा जा सके।

अरुण जेटली की फाइल तस्वीर

राजकोषीय घाटा नवंबर में ही लक्ष्य के पार चले जाने के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने खर्च में और कटौती का संकेत दिया है, जिससे चालू वित्त वर्ष के लिए इसे सीमित दायरे में रखा जा सके।

उन्होंने कहा कि उन्हें उधार के धन से काम चलाने में कोई भरोसा नहीं है। उन्होंने मुंबई में मौजूद उद्योगपतियों और योजना निर्माताओं को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये कहा, जहां तक सरकार का संबंध है, हम व्यय को तर्कसंगत बनाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि हम नहीं चाहते कि सरकार अनिश्चितकाल तक उधार के धन से काम चलाए।

उन्होंने कहा, अपनी आय से ज्यादा खर्च करने और कर्ज चुकाने का जिम्मा अगली पीढ़ी पर छोड़ देने की पूरी अवधारणा (के आधार पर ही) पर आज जरूरत से ज्यादा खर्च कर रहे हैं, लेकिन यह कभी भी विवेकपूर्ण राजकोषीय नीति नहीं है।

जेटली ने व्यय में 10 प्रतिशत की कटौती के अलावा भी और कटौती का संकेत दिया, जिसकी घोषणा सरकार ने राजोषीय घाटे को बजट में प्रस्तावित 4.1 प्रतिशत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए की थी। हालांकि यह लक्ष्य 31 मार्च को समाप्त हो रहे चालू वित्त वर्ष से चार महीने महीने नवंबर में ही पार हो चुका है।

लेखक NDTV Profit Desk
जरूर पढ़ें
1 Lok Sabha Elections 2024 : 13 मई को चौथे फेज में किन 96 सीटों पर होगी वोटिंग; बड़े कद के उम्मीदवार, क्या-क्या है खास? जानें सब कुछ
2 गोल्‍ड का इलेक्‍शन कनेक्‍शन! चुनावों के दौरान कैसी रही है सोने की डिमांड, इस बार क्‍या है उम्‍मीदें?
3 पृथ्वी से टकराया भीषण सौर तूफान, दुनिया में छा सकता है अंधेरा, नेविगेशन सिस्टम हो सकता है ध्वस्त
4 Magic of SIP: निवेशकों के लिए इन 5 म्यूचुअल फंड्स ने किया कमाल, सिर्फ 200 रुपये रोज की बचत पर 20 साल में बनाया करोड़पति
5 Explainer: मेटा के AI मॉडल 'Llama 3' की खासियतें क्या-क्या हैं? आपके हर सवाल का जवाब