रुपये में कुछ सुधार तो जरूर हुआ है, लेकिन अभी इसके नीचे जाने का जोखिम बना हुआ है। एचएसबीसी ने कहा है कि इस साल के अंत तक रुपया 65 प्रति डॉलर के दायरे में रहेगा।
लंदन की बैंकिंग एवं वित्तीय सेवा कंपनी के अनुसंधान नोट में कहा गया है, हम कुछ समय तक रुपये को लेकर सतर्क हैं। रुपये में कुछ समय तक लगातार गिरावट बनी रहेगी। ऐसे में हम साल के अंत के रुपये के लक्ष्य को 61 से 65 प्रति डॉलर तय कर रहे हैं। अगले साल इसमें और कमजोरी आएगी।
लगातार दूसरे सप्ताह तेजी दर्ज करते हुए रुपया शुक्रवार को 63.48 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। गत 28 अगस्त को रुपया अपने सर्वकालिक निचले स्तर 68.85 प्रति डॉलर को छू गया था। 31 दिसंबर, 2012 को रुपया 54.99 प्रति डॉलर पर था।