सोमवार 11 नवंबर को विस्तारा अपनी आखिरी उड़ान भरने के बाद इतिहास बन जाएगी. आज से करीब 9 साल पहले यानी जनवरी 2015 में इस एयरलाइंस ने अपनी पहली उड़ान भरी थी. उस समय टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस ने बतौर ज्वाइंट वेंचर इसकी शुरुआत की थी. 12 नवंबर से विस्तारा की कमान टाटा समूह की एयर इंडिया के पास होगी. जिसका संचालन एयर इंडिया की ओर से ही किया जाएगा.
दरअसल 29 नवंबर 2022 को विस्तारा और एयर इंडिया के बीच मर्जर डील साइन हुई थी. और इसकी डेडलाइन 12 नवंबर 2024 की रखी गई थी जो की कल है. मर्जर के बाद सिंगापुर एयरलाइंस की एयर इंडिया में 25.1% की हिस्सेदारी होगी. जिससे टाटा ग्रुप एविएशन सेक्टर में और मजबूत हो जाएगा.
विस्तारा और एयर इंडिया का मर्जर क्यों हुआ
एयर इंडिया के साथ विस्तारा का मर्जर टाटा ग्रुप की एक रणनीति का हिस्सा है. जिसके तहत टाटा ग्रुप विस्तारा का विलय कर एयर इंडिया ब्रैंड के तहत अपनी एयरलाइन संचालन को और प्रभावशाली करना चाहता है, जिसके बाद एविएशन सेक्टर में टाटा समूह को नई मजबूती मिलेगी. अगस्त में भारत सरकार ने विस्तारा-एयर इंडिया विलय के तौर पर सिंगापुर एयरलाइंस को 3,194 करोड़ रुपये के FDI को मंजूरी दी थी. मर्जर के बाद इस नए वेंचर में सिंगापुर एयरलाइन की एयर इंडिया में 25.1% और टाटा ग्रुप के पास 74.9% की हिस्सेदारी होगी. मर्जर डील से पहले विस्तारा में टाटा संस की 51% और सिंगापुर एयरलाइंस की 49% हिस्सेदारी थी.
विलय के बाद क्या-क्या बदलेगा
विलय के बाद 1 महीने तक विस्तारा के 1,15,000 यात्री एयर इंडिया की फ्लाइट से उड़ान भरेंगे. विलय के साथ ही विस्तारा एयरलाइन के फ्लाइट कोड के आगे '2' अंक जुड़ जाएगा, उदाहरण के लिए विस्तारा की मौजूदा फ्लाइट कोड UK 955 फ्लाइट अब AI 2955 हो जाएगा. कंपनी ने यात्रियों को भरोसा दिया है कि, उनका हवाई अनुभव विस्तारा जैसा ही होगा.
कोई नहीं है एयर इंडिया के टक्कर में
12 नवंबर को विस्तारा के मर्जर के बाद एयर इंडिया यात्रियों को फुल सर्विस कैरियर मुहैया कराने वाली देश की एकमात्र एयरलाइंस होगी. मतलब इसमें बिजनेस क्लास भी है और इससे यात्री देश-विदेश तक यात्रा भी कर सकते हैं. कहने को तो इंडिगो भी स्वदेशी एयरलाइंस है पर ये हर तरह की सेवाएं नहीं देती है.
पिछले 17 साल में बंद हो गई कई एयरलाइंस
अगर देश में एयरलाइंस के इतिहास पर गौर करें तो पिछले 17 साल में अब तक देश की कुल 5 फुल सर्विस देने वाली एयरलाइंस बंद हो चुकी हैं. इनमें विजय माल्या की किंगफिशर भी शामिल है जिसकी नींव साल 2003 में पड़ी थी और 2005 में इसने अपनी पहली उड़ान भरी थी. करीब 7 साल के हवाई सफर के बाद किंगफिशर को बंद करना पड़ा था.
बंद हो चुकी एयरलाइंस की इस लिस्ट में सुब्रत रॉय की एयर सहारा भी डूब गई जिसका अधिग्रहण बाद में नरेश गोयल की जेट एयरवेज ने किया और कंपनी का नाम बदल कर जेटलाइट कर दिया गया था लेकिन 2019 में जेट एयरवेज भी डूब गई और कल यानी 12 नवंबर से विस्तारा भी इतिहास बन जाएगी.