आईसीआईसीआई बैंक का मुनाफा चौथी तिमाही में 45% लुढ़का, एनपीए बढ़ा

आलोच्य तिमाही में ब्याज से शुद्ध आय भी बढ़कर 6,022 करोड़ रुपये हो गयी , जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 5,962 करोड़ रुपये थी. मार्च के अंत में बैंक का सकल एनपीए सकल कर्ज का 8.84 प्रतिशत हो गया , जो कि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 7.89 प्रतिशत पर था. हालांकि , बैंक का शुद्ध एनपीए मामूली रूप से गिरकर 4.89 प्रतिशत से 4.77 प्रतिशत रह गया.

प्रतीकात्मक फोटो

निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक का एकीकृत शुद्ध लाभ 2017-18 की चौथी तिमाही में 45 प्रतिशत लुढ़ककर 1,142 करोड़ रुपये रह गया. डूबे कर्ज में तेजी के कारण बैंक के मुनाफे में आई. इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 2,038 करोड़ रुपये था. बैंक ने एक बयान जारी कर कहा कि चौथी तिमाही में कुल एकीकृत आय 2016-17 में 28,603 करोड़ रुपये से बढ़कर 2017-18 में 33,760 करोड़ रुपये हो गई. बैंक का एकल शुद्ध लाभ 50 प्रतिशत गिरकर 2017-18 की चौथी तिमाही में 1,020 करोड़ रुपये रहा , जो कि 2016-17 की इसी तिमाही में 2,025 करोड़ रुपये था. हालांकि , बैंक का कुल एकल आय चौथी तिमाही में बढ़कर 19,943 करोड़ रुपये पहुंच गई , जबकि 2016-17 की चौथी तिमाही में यह 16,585.76 करोड़ रुपये थी.

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आलोच्य तिमाही में ब्याज से शुद्ध आय भी बढ़कर 6,022 करोड़ रुपये हो गयी , जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 5,962 करोड़ रुपये थी. मार्च के अंत में बैंक का सकल एनपीए सकल कर्ज का 8.84 प्रतिशत हो गया , जो कि इससे पिछले वित्त वर्ष में यह 7.89 प्रतिशत पर था. हालांकि , बैंक का शुद्ध एनपीए मामूली रूप से गिरकर 4.89 प्रतिशत से 4.77 प्रतिशत रह गया. तिमाही के दौरान डूबे कर्ज के लिए बैंक का प्रावधान और आकस्मिक व्यय बढ़कर 6,626 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है , जो कि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 2,898 करोड़ रुपये था.

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आईसीआईसीआई बैंक की ओर से कुछ कंपनियों को कर्ज देने के मामले में अनियमितता बरतने के आरोपों के बाद यह नतीजे आए. आरोप है कि ऐसे कर्ज के बदले बैंक की मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर के परिवार के सदस्यों को वित्तीय लाभ प्राप्त पहुंचाए गए हैं. (इनपुट भाषा से)  

लेखक NDTVKhabar News Desk
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