India Inflation Data: देश में महंगाई के मोर्चो पर राहत भरी खबर आई है. सरकार ने आज यानी 17 अप्रैल को होलसेल प्राइस इंडेक्स यानी डब्ल्यूपीआई (WPI) आधारित मुद्रास्फीति के आंकड़े जारी किए हैं. वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, खुदरा महंगाई दर के बाद मार्च में थोक महंगाई दर (WPI Inflation Rate) घटकर1.34% हो गई, जो पिछले महीने यानी फरवरी में 3.85% थी.
जानें क्या है महंगाई दर के घटने की वजह
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, मार्च, 2023 में मुद्रास्फीति की दर में गिरावट मुख्य रूप से बुनियादी धातुओं, खाद्य उत्पादों, वस्त्रों, गैर-खाद्य वस्तुओं, खनिजों, रबर और प्लास्टिक उत्पादों, कच्चे पेट्रोलियम-प्राकृतिक गैस और कागज उत्पादों की कीमतों में कमी के चलते आई है.
WPI आधारित महंगाई दर में लगातार 10वें महीने गिरावट
यह लगातार 10वां महीना है जब थोक महंगाई दर (Wholesale Inflation Rate) में गिरावट दर्ज की गई है.इससे पहले फरवरी महीने में डब्ल्यूपीआई आधारित महंगाई दर 3.85 फीसदी, जनवरी 2023 में थोक महंगाई दर 4.73 फीसदी और दिसंबर में थोक महंगाई दर का 4.95 फीसदी रहा था. इस तरह मार्च में थोक महंगाई दर 29 महीने के अपने निचले स्तर पर आ गई है.
मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति 15 महीने के निचले स्तर पर आई
आपको बता दें कि मार्च में खुदरा मुद्रास्फीति यानी रिटेल इन्फ्लेशन में भी भारी गिरावट आई. रिटेल इन्फ्लेशन मार्च में 15 महीने के निचले स्तर 5.66 प्रतिशत पर आ गई. इससे एक पहले यानी फरवरी महीने में रिटेल महंगाई दर 6.44 प्रतिशत और जनवरी में 6.52 प्रतिशत थी.