मंदी की आशंकाओं के बीच भी भारतीय अमीरों की संपत्ति वर्ष 2023 में भी बढ़ने की उम्मीद

पिछले साल देश में प्रत्येक 10 में से नौ धनाढ्य व्यक्तियों की संपत्ति बढ़ी थी और 2023 में भी अत्यधिक संपन्न तबके की संपत्ति बढ़ने की उम्मीद है. संपत्ति सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में वैश्विक सर्वेक्षण के नतीजों के आधार पर यह आकलन पेश किया है. इसमें शामिल भारतीय प्रतिभागियों में से 88 प्रतिशत लोगों ने वर्ष 2022 में अपनी संपत्ति बढ़ने की बात कही है.

प्रतीकात्मक फोटो

पिछले साल देश में प्रत्येक 10 में से नौ धनाढ्य व्यक्तियों की संपत्ति बढ़ी थी और 2023 में भी अत्यधिक संपन्न तबके की संपत्ति बढ़ने की उम्मीद है. संपत्ति सलाहकार फर्म नाइट फ्रैंक ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में वैश्विक सर्वेक्षण के नतीजों के आधार पर यह आकलन पेश किया है. इसमें शामिल भारतीय प्रतिभागियों में से 88 प्रतिशत लोगों ने वर्ष 2022 में अपनी संपत्ति बढ़ने की बात कही है. अत्यधिक समृद्ध लोगों के बीच कराए गए इस सर्वेक्षण के मुताबिक, भारतीय अमीरों की संपत्ति पिछले साल 10 प्रतिशत से अधिक बढ़ी. उन्हें वर्ष 2023 में अपनी संपत्ति में वृद्धि का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है.

इनमें से 47 प्रतिशत भारतीय प्रतिभागियों का मानना है कि नए साल में उनकी संपत्ति 10 प्रतिशत से अधिक दर से बढ़ेगी. वहीं 53 प्रतिशत लोगों को लगता है कि इस साल कम-से-कम 10 प्रतिशत जरूर बढ़ेगी. इस सर्वेक्षण से यह भी पता चला कि धनाढ्य भारतीयों की निवेश-योग्य संपत्ति काफी हद तक इक्विटी बाजार, रियल एस्टेट और बॉन्ड में लगी हुई है. इक्विटी निवेश 34 प्रतिशत, वाणिज्यिक परिसंपत्तियों में निवेश 25 प्रतिशत और बॉन्ड में निवेश 16 प्रतिशत है.

इनके अलावा भारतीय अमीरों का निजी इक्विटी एवं उद्यम पूंजी निवेश (10 प्रतिशत), सोना (छह प्रतिशत) और कार एवं कलात्मक कृतियों में भी निवेश (चार प्रतिशत) है.

नाइट फ्रैंक इंडिया के प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, ‘‘अवसरों से भरपूर बाजार के तौर पर भारत के उभरने के साथ ही इसके आसन्न मंदी के बावजूद वृद्धि पथ पर बने रहने की उम्मीद है. ऐसे समय में भारतीय धनाढ्य लोगों की पूंजी के 2023 में भी बढ़ने की संभावना है.''

हालांकि, बैजल ने यह आशंका जताई कि उथलपुथल भरे वैश्विक आर्थिक परिदृश्य और ऊंची ब्याज दरों का बाजार धारणा पर असर देखा जा सकता है. इसके बावजूद गुणवत्तापूर्ण आवासीय एवं वाणिज्यिक संपत्तियों की मांग बनी रहने की उम्मीद है.

लेखक NDTV Profit Desk
जरूर पढ़ें
1 बाजार में सपाट कारोबार, निफ्टी 22,200 के करीब बंद; बैंक, FMCG लुढ़के
2 Market Closing: सीमित दायरे में कारोबार; निफ्टी में 17 अंकों की मामूली गिरावट, FMCG, ऑटो में बिकवाली
3 April Trade Data: अप्रैल में व्यापार घाटे में 150% का उछाल, बढ़कर $6.51 बिलियन हुआ