नए कारोबारी आर्डर और वृहद्-आर्थिक हालात में सुधार के बीच भारत के विनिर्माण क्षेत्र में पिछले 12 महीने में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज हुई। यह बात एचएसबीसी के एक सर्वेक्षण में कही गई।
औद्योगिक उत्पादन का पैमाना, एचएसबीसी इंडिया मैन्यूफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर सूचकांक (पीएमआई) फरवरी में बढ़कर 52.5 पर रहा जो पिछले महीने 51.4 था जिससे पूरे देश के विनिर्माण क्षेत्र में ठोस और मजबूत सुधार का संकेत मिलता है।
फरवरी महीने में लगातार चौथे महीने इस खंड में तेजी दर्ज हुई। पीएमआई में 50 से ऊपर का आंकड़ा वृद्धि का प्रतीक है, जबकि इससे नीचे के आंकड़े का मतलब है संकुचन।
एचएसबीसी के मुख्य अर्थशास्त्री (भारत और आसियान) लीफ एस्केसेन ने कहा 'विनिर्माण गतिविधि फरवरी में तेज हुई। नए आर्डर बढ़े हैं और वाह्य मांग में सुधार हुआ है। साथ ही वृहद्-आर्थिक अनिश्चितता में कमी आई है।'