सौर ऊर्जा परियोजना से रेलवे की एक कंपनी ने बचाए लाखों रुपये

भारतीय रेल कई स्थानों पर सौर ऊर्जा का इस्तेमाल तेजी से बढ़ाने के विकल्प पर काम कर रही है. साथ ही रेल कोयले और डीजल पर अपने खर्च को कम करने की दिशा में भी काम कर रही है. ऐसे में रेलवे ने अभी तक जहां संभव हुआ है वहां पर सौर ऊर्जा प्लांट लगाया है और इस परियोजना पर काम कर रही है. इसी के तहत रेलवे को इसका लाभ भी देखने को मिल रहा है.

KRCL ने सौर ऊर्जा का प्रयोग शुरू किया है.

भारतीय रेल कई स्थानों पर सौर ऊर्जा का इस्तेमाल तेजी से बढ़ाने के विकल्प पर काम कर रही है. साथ ही रेल कोयले और डीजल पर अपने खर्च को कम करने की दिशा में भी काम कर रही है. ऐसे में रेलवे ने अभी तक जहां संभव हुआ है वहां पर सौर ऊर्जा प्लांट लगाया है और इस परियोजना पर काम कर रही है. इसी के तहत रेलवे को इसका लाभ भी देखने को मिल रहा है. 
कोंकण रेलवे कॉरपोरेशन लिमिटेड (केआरसीएल) ने लगभग दो साल पहले दक्षिण गोवा के मडगांव रेलवे स्टेशन पर 180 किलोवाट क्षमता की सौर ऊर्जा उत्पादन प्रणाली स्थापित करने के बाद से अब तक 31 लाख रुपये से अधिक की बचत की है.
केआरसीएल के उप महाप्रबंधक बबन घाटगे ने कहा कि इसे जनवरी 2021 में स्टेशन पर लगाया गया था. उन्होंने कहा, ‘‘ केआरसीएल ने इस परियोजना के चालू होने के बाद से अब तक 31,37,536 रुपये की बचत की है. इसे मडगांव रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म के दो छप्पर की छत पर 1,235 वर्ग मीटर में लगाया गया है. 1.32 करोड़ रुपये की लागत वाली प्रणाली को 2019 में दक्षिण गोवा के तत्कालीन नरेंद्र केशव सवाइकर ने प्रयोजित किया था.''

घाटगे ने कहा कि परियोजना मडगांव रेलवे स्टेशन की 30 प्रतिशत से अधिक बिजली की आवश्यकता को पूरी करती है.

लेखक NDTV Profit Desk