Make in India: अब देश में ही बनेंगे हाई-स्पीड पटरी और हाई-स्पीड पहिये, अब तक होते थे आयात : रेलमंत्री

बता दें कि1960 से यूरोप से इंपोर्ट करते थे.  LHB, वंदे भारत ( 400 का टारगेट) ट्रेनों में इसी व्हील की जरूरत है. टेंडर की पूरी प्रक्रिया दो महीने में पूरी कर ली जाएगी. 2 लाख Wheels / Year की ज़रूरत पड़ती है.

रेलमंत्री ने अश्विनी वैष्णव ने ऐलान किया है कि पहिया और पटरी अब देश में ही बनेगा. उन्होंने कहा कि  भारत अब High Speed Wheel और Hi speed Rail अब यहीं देश में तैयार करेगा. अब तक इंपोर्ट किया जाता रहा है. अब भारत आने वाले वक्त में Export भी करेगा. इस संबंध में आज ही टेंडर निकाला गया है. इस एग्रीमेंट का नाम "मेक इन इंडिया व्हील एग्रीमेंट" है.  120kmph से ज्यादा  की स्पीड में  ट्रेनों में Hi Speed wheel की ज़रूरत होती है.

बता दें कि1960 से यूरोप से इंपोर्ट करते थे.  LHB, वंदे भारत ( 400 का टारगेट) ट्रेनों में इसी व्हील की जरूरत है. टेंडर की पूरी प्रक्रिया दो महीने में पूरी कर ली जाएगी. 2 लाख Wheels / Year की ज़रूरत पड़ती है. एक लाख SAIL से लेते रहेंगे. बाकी नई फैक्ट्री से लेंगे, जो टेंडर के जरिए प्लांट लगाएगा. फिलहाल एक प्लांट लगनी है. प्लांट में निवेश करने वाली कंपनी को 80 हजार व्हील जिसकी रकम करीब 600 करोड़ रकम सालाना बैठती है ये बिजनेस पक्के तौर पर रेलवे देंगे. 18 महीने में फैक्ट्री सेट अप करके प्रोडक्शन स्टार्ट करने की योजना है. Wheel दो तरह के होते हैं। कास्ट व्हील और forced व्हील। तेज गति वाले ट्रेन में forced व्हील की जरूरत पड़ती है जो अब तक आयात ही करनी पड़ती थी। अब भारत में बनेगी।

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लेखक NDTV Profit Desk
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