देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया की फरवरी माह की बिक्री 7.89 प्रतिशत के नुकसान के साथ 1,09,567 इकाई रह गई। पिछले साल इसी महीने में कंपनी ने 1,18,949 कारें बेची थीं।
कंपनी की ओर से जारी बयान के अनुसार घरेलू बाजार में उसकी बिक्री 9.01 फीसदी की गिरावट के साथ 97,955 इकाई रह गई, जो पिछले साल फरवरी में 1,07,653 इकाई रही थी। फरवरी में कंपनी का निर्यात 2.80 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 11,612 इकाई रहा, जो पिछले साल फरवरी में 11,296 इकाई रहा था।
घरेलू बाजार में कंपनी की यात्री कार बिक्री 10.89 प्रतिशत के नुकसान के साथ 83,865 इकाई रही, जो पिछले साल इसी महीने में 94,118 इकाई रही थी। फरवरी में कंपनी की छोटी कारों एम-800, ए-स्टार, आल्टो और वैगन आर की बिक्री 15.87 प्रतिशत की गिरावट के साथ 41,311 इकाई रही, जो फरवरी, 2012 में 49,104 इकाई रही थी।
कॉम्पैक्ट वर्ग (एस्टिलो, स्विफ्ट और रिट्ज) में कंपनी की बिक्री 13.90 प्रतिशत के नुकसान के साथ 24,021 इकाई रही, जो पिछले साल इसी महीने में 27,899 इकाई रही थी। हालांकि मारुति के डिजायर मॉडल की बिक्री 21.56 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 18,316 इकाई पर पहुंच गई, जो पिछले साल फरवरी में 15,068 इकाई रही थी। सेडान एसएक्स4 की बिक्री 89.42 फीसदी की गिरावट के साथ 215 इकाई पर आ गई, जो फरवरी, 2012 में 2,033 इकाई रही थी।
माह के दौरान कंपनी के लक्जरी सेडान मॉडल किजाशी की सिर्फ दो इकाइयां बिकीं, जो पिछले साल इसी महीने में 14 इकाई रही थी। कंपनी के यूटिलिटी वाहनों जिप्सी, एर्टिगा तथा ग्रैंड विटारा की बिक्री में माह में दौरान 26 गुना का इजाफा हुआ और यह 230 इकाई से बढ़कर 5,957 इकाई पर पहुंच गई। वहीं कंपनी के ओमनी और ईको मॉडलों की बिक्री 38.87 प्रतिशत के नुकसान के सथ 8,133 इकाई पर आ गई।