देश का मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर का बिजनेस 2.3 लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है. 2023 में इस सेक्टर में जहां 8% की ग्रोथ देखने को मिली, वहीं 2024 में ये आंकड़ा 10% के पार पहुंचने का अनुमान है. और यही रफ्तार बनी रही तो 2026 तक मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर का रेवेन्यू 3.08 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच जाएगा.
फेडरेशन ऑफ इंडियन चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (FICCI) और अर्न्स्ट एंड यंग (E&Y) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में ये अनुमान जताया है. रिपोर्ट के मुताबिक, महामारी के बाद 2022 में 21% की ग्रोथ दर्ज हुई थी, जब इंडस्ट्री तेजी से उभरी थी. 2023 में सिंगल डिजिट ग्रोथ (8%) के बाद 2024 में आंकड़ा फिर से डबल डिजिट(10%) में दर्ज होगा.
ग्रोथ में न्यू मीडिया की बड़ी भागीदारी
2023 में मीडिया-एंटरटेनमेंट सेक्टर में हुई ग्रोथ में न्यू मीडिया यानी डिजिटल और ऑनलाइन गेमिंग की बड़ी भूमिका रही. 12,200 करोड़ के रेवेन्यू के साथ ग्रोथ में इसकी 70% भागीदारी रही. और इसी के साथ पूरे सेक्टर में इसका हिस्सा 2019 के 20% से बढ़कर 2023 में 38% हो गया.
OOH यानी आउट ऑफ होम मीडिया और इंटरैक्टिव सेगमेंट 2023 में मजबूत बना रहा. ऑनलाइन गेमिंग, फिल्म एंटरटेनमेंट, लाइव इवेंट्स और OOH सेगमेंट में संयुक्त रूप से 18% की ग्रोथ देखी गई. 2% की मामूली ग्रोथ वाले टेलीविजन को छोड़ दें तो सारे सेगमेंट ने अच्छी ग्रोथ दर्ज की.
2030 तक देश में 100 करोड़ स्क्रीन
फिल्म एंटरटेनमेंट की बात करें तो 14% की ग्रोथ के साथ ये सेगमेंट 19,700 करोड़ रुपये तक पहुंच गया.
2023 में 1,796 से अधिक फिल्में रिलीज हुईं, थिएटर्स से आने वाला रेवेन्यू 12,000 करोड़ के ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया.
इस दौरान फिल्म स्क्रीन्स की संख्या 4% बढ़ी. एक महत्वपूर्ण आंकड़ा 339 भारतीय फिल्मों का विदेशों में रिलीज होना भी रहा.
बिग स्क्रीन से इतर, देश में 2030 तक करीब 100 करोड़ स्क्रीन होने की उम्मीद है. इनमें करीब 24 करोड़ बड़े (TV, लैपटॉप, PC) होंगे, जबकि बाकी छोटे (मोबाइल, टैबलेट) होंगे. फ्री, पेड और कनेक्टेड TV महत्वपूर्ण बाजारों के रूप में उभरेंगे.
ट्रेडिशनल से आगे डिजिटल एडवरटाइजिंग
इंडियन एडवरटाइजिंग सेगमेंट 1.1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया. 2023 में 15% की ग्रोथ और ₹57,600 करोड़ के रेवेन्यू के साथ डिजिटल विज्ञापन ट्रेडिशनल एडवरटाइजिंग से आगे निकल गया. सोशल, गेम्स, ई-कॉमर्स और SME क्षेत्र के विज्ञापनदाता इसे आगे बढ़ाते रहेंगे.
ऑनलाइन गेमिंग में जबरदस्त ग्रोथ की उम्मीद
2023 में इस सेगमेंट की ग्रोथ धीमी होकर 22% हो गई, और रेवेन्यू 22,000 करोड़ रुपये रहा. रिपोर्ट के मुताबिक, 45 करोड़ से अधिक ऑनलाइन गेमर्स हैं, जिनमें से 10 करोड़ लोग हर दिन गेम खेलते हैं. 9 करोड़ से अधिक गेमर्स ने गेम खेलने के लिए पैसे दिए. हाई GST का असर कंपनियों के मार्जिन पर तो पड़ा, लेकिन ग्रोथ जारी रही.
अनुमानित 15 करोड़ डेली यूजर्स तक पहुंचने के लिए इस सेगमेंट में ई-स्पोर्ट्स, फैंटेसी स्पोर्ट्स, कैजुअल गेमिंग और स्किल रिलेटेड गेम जैसे सारे वर्टिकल में ग्रोथ दर्ज की जाएगी. मोबाइल-बेस्ड रियल-मनी गेमिंग और कैजुअल गेमिंग इस सेगमेंट की अगुवाई करेंगे.