कोरोना लहर के बीच म्यूचुअल फंड्स की लगातार दूसरे महीने लिवाली, शेयरों में डाले 5,526 करोड़ रुपये

शेयरखान बाई बीएनपी परिबा के निवेश समाधान प्रमुख गौतम कालिया ने कहा, ‘‘अप्रैल महीने में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़े. इससे बाजार में कुछ सुधार देखने को मिला, लेकिन इसके तुरंत बाद तेजी से सुधार हुआ. म्यूचुअल फंड इकाइयों ने अप्रैल में इस गिरावट का उपयोग इक्विटी निवेश बढ़ाने में किये.’’

म्यूचुअल फंड इकाइयों ने अप्रैल में शेयरों में किये 5,526 करोड़ रुपये निवेश (प्रतीकात्मक तस्वीर)

म्यूचुअल फंड इकाइयों ने अप्रैल महीने में शेयरों में 5,526 करोड़ रुपये निवेश किये. यह लगातार दूसरा महीना है जब उन्होंने बाजार में कुछ सुधार देखने के बाद शेयरों में पैसा लगाया है. इनवेस्ट 19 के संस्थापक और सीईओ (मुख्य कार्यपालक अधिकारी) कौशलेन्द्र सिंह सेंगर ने कहा कि कई वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनियां क्षेत्र में आ रही हैं, इससे उपयोगकर्ताओं की संख्या बढ़ी है. ऐसे में आने वाले महीनों में म्यूचुअल फंड का निवेश बढ़ेगा. 

बजाज कैपिटल के मुख्य शोध अधिकारी आलोक अग्रवाल ने भी कहा कि तेजी का रुख बना रहेगा क्योंकि वित्त वर्ष 2020-21 के वित्तीय परिणाम के बाद मूल्यांकन कुछ नीचे आया है और कीमतों में सुधार से निवेशकों को शेयर बाजारों में निवेश का अवसर मिल रहा है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा मार्च से बांड पर प्रतिफल नरम होने से भी इस रुख को गति मिल रही है. निवेशक अधिक रिटर्न की उम्मीद में शेयरों में निवेश कर रहे हैं. 

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के आंकड़े के अनुसार, म्यूचुअल फंड ने अप्रैल महीने में शुद्ध रूप से 5,526 करोड़ रुपये निवेश किये. यह मार्च में किये गये 4,773 करोड़ रुपये के निवेश से कहीं अधिक है. 
म्यूचुअल फंड द्वारा दस महीनों में इस प्रकार का यह पहला निवेश है. सेबी के पास उपलब्ध आंकड़े के अनुसार इस निवेश से पहले, म्यूचुअल फंड जून 2020 से शेयर बाजार से पैसा निकाल रहे थे. 

सेंगर ने कहा, ‘‘हमने पिछले महीने म्यूचुअल फंड के शेयरों में निवेश में 15.8 प्रतिशत की वृद्धि देखी. शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव के देखते हुए निवेशकों ने जोखिम कम करने के लिये इक्विटी म्यूचुअल फंड का सहारा लिया.''

बजाज कैपिटल के मुख्य अनुसंधान अधिकारी आलोक अग्रवाल ने कहा कि म्यूचुअल फंड प्रवाह सामान्य तौर पर निवेशकों के संबंधित म्यूचुअल फंड योजनाओं में निवेश को प्रतिबिंबित करता है. 

घरेलू निवेशक जुलाई 2020 से इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं से पैसा निकाल रहे थे. इस साल मार्च पहला महीना था, जब स्थिति बदली. मार्च में एसआईपी (सिस्टेमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान) यानी हर महीने निश्चित राशि का निवेश बढ़कर 9,182 करोड़ रुपये पहुंच गया जो इससे पूर्व माह में 7,528 करोड़ रुपये था. इसीलिए म्यूचुअल फंड की तरफ से शेयरों में मार्च महीने में अधिक निवेश देखने को मिला. 

उन्होंने कहा कि हालांकि अभी आंकड़ा नहीं आया है लेकिन इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं में शुद्ध प्रवाह अप्रैल में भी जारी है. इसी का नतीजा है कि म्यूचुअल फंड का शुद्ध रूप से इक्विटी निवेश बढ़ा है.

शेयरखान बाई बीएनपी परिबा के निवेश समाधान प्रमुख गौतम कालिया ने कहा, ‘‘अप्रैल महीने में कोविड-19 संक्रमण के मामले बढ़े. इससे बाजार में कुछ सुधार देखने को मिला, लेकिन इसके तुरंत बाद तेजी से सुधार हुआ. म्यूचुअल फंड इकाइयों ने अप्रैल में इस गिरावट का उपयोग इक्विटी निवेश बढ़ाने में किये.''



(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

लेखक NDTV Profit Desk
जरूर पढ़ें
1 दूसरे हाफ में बाजार में रही हल्की तेजी, निफ्टी 22,500 के करीब बंद
2 Market Closing: स्पेशल ट्रेडिंग सेशन में बाजार में सीमित दायरे में रहा कारोबार, निफ्टी 22,500 के करीब बंद
3 आज NSE-BSE में DR साइट पर स्पेशल ट्रेडिंग, जानें पूरा शेड्यूल
4 FIIs ने की 1,617 करोड़ रुपये की खरीदारी, देश का फॉरेक्स रिजर्व बढ़कर $644.15 बिलियन