केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उद्योगपतियों का कर्ज माफ करने के कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के बयान को सरासर गलत करार देते हुए कहा कि उनकी सरकार ने किसी भी उद्योगपति का एक भी रुपया कर्ज माफ नहीं किया है. जेटली ने कहा कि दरअसल राहुल अपनी ही पार्टी की पूर्ववर्ती सरकार पर आरोप लगाते हैं, क्योंकि आज ज्यादातर बड़े 'नॉन परफार्मिग असेट' उन लोगों के हैं, जिन्हें कांग्रेसनीत तत्कालीन यूपीए सरकार ने कर्ज दिए थे.
जेटली ने लखनऊ में संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा कि राहुल अपनी तमाम रैलियों में केंद्र पर देश के 50 अमीर परिवारों का एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का कर्ज माफ करने का आरोप लगाते हैं, लेकिन उनका यह बयान सरासर गलत है.
वित्त मंत्री ने एक अन्य सवाल पर कहा कि वह नोटबंदी को चुनाव से नहीं जोड़ते. यह कदम देश के राजनीतिक और आर्थिक तंत्र की सफाई के लिए उठाया गया था. उत्तर प्रदेश सरकार को केंद्र से अपेक्षित मदद नहीं मिल पाने के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आरोप संबंधी सवाल पर जेटली ने कहा कि यह बिल्कुल गलत है. आज की संवैधानिक व्यवस्था में केंद्र सरकार किसी भी राज्य के आवंटन में एक रुपये की भी कटौती नहीं कर सकती है.
जेटली ने कहा कि केंद्र सरकार जो राजस्व एकत्र करती है, उसका 42 प्रतिशत राज्य सरकार का होता है. उसमें एक रुपया भी कम करने की गुंजाइश नहीं है. (इनपुट भाषा से)