बड़े खेल की तैयारी में अदाणी ग्रुप, चालू वित्त वर्ष में ₹80,000 करोड़ निवेश की योजना

अदाणी ग्रुप (Adani Group) गुजरात के अपने कारखाने में सोलर सेल और मॉड्यूल बनाने के लिए वेफर और सिल्लियों (Ingots) का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है. ANIL (Adani New Industries Ltd) का लक्ष्य 2027-28 में पॉलीसिलिकॉन बनाकर रिन्यूबल एनर्जी के फील्ड में देश की सबसे बड़ी कंपनी बनना है.

Source: Adani group/twitter handle

अरबपति गौतम अदाणी (Gautam Adani) की कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) चालू फाइनेंसियल वर्ष (FY25) में 80,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रही है. ये निवेश विशेष तौर पर न्यू एनर्जी, एयरपोर्ट और डाटा सेंटर में किया जाएगा. ये जानकारी कंपनी के डिप्टी CFO सौरभ शाह ने दी है. सौरभ शाह ने कहा कि,

"हम वित्त वर्ष 2025 में लगभग 80,000 करोड़ रुपये के कैपेक्स की योजना बना रहे हैं, जिसमें से 50,000 करोड़ रुपये का खर्च ANIL और एयरपोर्ट के कारोबार में किया जाएगा. 12,000 करोड़ रुपये गंगा एक्सप्रेसवे के प्रोजेक्ट में, 10,000 करोड़ रुपये PVC के बिजनेस में और 5,000 करोड़ रुपये डेटा सेंटर में खर्च होगा "
सौरभ शाह, डिप्टी CFO, अडाणी एंटरप्राइजेज

क्या करती है ANIL

अदाणी न्यू इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Adani New Industries Ltd) यानी ANIL सोलर मॉड्यूल बनाने का काम करती है. जिससे सूर्य के प्रकाश को बिजली और ग्रीन हाइड्रोजन में बदला जाता है.

अदाणी ग्रुप गुजरात के अपने कारखाने में सोलर सेल और मॉड्यूल बनाने के लिए वेफर और सिल्लियों (Ingots) का प्रोडक्शन शुरू कर दिया है. ANIL का लक्ष्य 2027-28 में पॉलीसिलिकॉन बनाकर रिन्यूबल एनर्जी के फील्ड में देश की सबसे बड़ी कंपनी बनना है.

फिलहाल पॉलीसिलिकॉन बाहर के देशों से मंगाई जाती हैं. जिनसे सिल्लियां बनाई जाती हैं और इन सिल्लियों से वेफर्स नाम की पतली पन्नी बनाई जाती है. इसी वेफर्स के जरिए सूरज की रोशनी से बिजली बनायी जाती है.

जिनका उपयोग सोलर सेल बनाने में किया जाता है.

अदाणी समूह चाहता है कि भारत में ही इसका उत्पादन किया जाय जिससे कि चीन जैसे देशों पर भारत की निर्भरता को कम किया जा सके.

बता दें कि अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड देश में सात हवाई अड्डों का को ऑपरेट करती है. साथ ही नवी मुंबई में एक ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट भी बना रही है. 2025 के अंत तक इसके खत्म शुरु होने की संभावना है.