अदाणी ग्रुप की 3 कंपनियों ने जुटाए 11,330 करोड़ रुपये, 4 साल में 74,325 करोड़ रुपये जुटाने का रिकॉर्ड!

अदाणी समूह ने अपने प्रमुख इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर पोर्टफोलियो के लिए कैपिटल ट्रांसफॉर्मेशन का सफर वर्ष 2019 में शुरू किया था.

Source: Reuters

देश के दिग्‍गज उद्योगपति गौतम अदाणी (Gautam Adani) ने समूह की तीन कंपनियों में हिस्सेदारी बेचकर 1.38 बिलियन डॉलर यानी करीब 11,330 करोड़ रुपये जुटाए हैं. इसी के साथ पिछले 4 साल में अदाणी समूह (Adani Group) ने विभिन्न सेक्‍टर्स के निवेशकों को आकर्षित करते हुए 9 बिलियन डॉलर यानी 74,325 करोड़ रुपये से अधिक पूंजी जुटाई है.

पोर्ट से लेकर एनर्जी सेक्‍टर तक काम करने वाले अदाणी ग्रुप ने एक बयान में कहा, 'ट्रांसफॉ‍र्मेटिव कैपिटल मैनेजमेंट प्रोग्राम' की 10 साल की रूपरेखा को पूरा करने के लिए पूंजी जुटाने के लिए प्रतिबद्ध है. वर्ष 2016 में ये प्रोग्राम विभिन्न पोर्टफोलियो कंपनियों की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए शुरू किया गया था.'

इन 3 कंपनियों ने जुटाए 1.38 बिलियन डॉलर

ताजा उदाहरण, अदाणी ग्रुप की 3 कंपनियों का है. ग्रुप ने अपनी 3 पोर्टफोलियो कंपनियों, अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी ट्रांसमिशन में हिस्सेदारी बिक्री के जरिये 1.38 बिलियन डॉलर (11,330 करोड़ रुपये) जुटाए हैं.

ये अगले एक से डेढ़ साल के दौरान समूह के लिए पूंजी की ऊंची उपलब्धता (Higher Capital Availability) सुनिश्चित करेगा और साथ ही पोर्टफोलियो कंपनियों के लिए कर्ज और इक्विटी(Debt and Equity) की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने में मदद करेगा.

इसके अतिरिक्त तीन पोर्टफोलियो कंपनियों को निवेशकों को शेयर बिक्री के माध्यम से प्राथमिक निर्गम के लिए निदेशक मंडल की मंजूरी भी मिल गई है. अमेरिका की एक शोध एवं कंपनी की रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों के बाजार पूंजीकरण में भारी गिरावट आई थी. समूह अब इन आरोपों से उबर वापसी की रणनीति पर काम कर रहा है.

अदाणी ग्रुप का अगला प्‍लान

ग्रुप की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज ने निवेशकों को शेयर बिक्री के माध्यम से 12,500 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनाई है, जबकि बिजली कंपनी अदाणी ट्रांसमिशन ने 8,500 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्‍य रखा है. इसकी नवीकरणीय ऊर्जा इकाई 12,300 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही है.

अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अदाणी एंटरप्राइजेज को अपना 20,000 करोड़ रुपये का FPO वापस लेना पड़ा था. फुल सब्‍सक्रिप्‍शन के बावजूद कंपनी ने निवेशकों का पैसा वापस कर दिया था और एक उदाहरण पेश किया था.

4 साल के भीतर किया कमाल!

अमेरिकी शॉर्ट-सेलर ने जनवरी में जारी रिपोर्ट में अदाणी समूह पर धोखाधड़ी और शेयर मूल्य में हेराफेरी का आरोप लगाया था. हालांकि, अदाणी समूह ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था और सुप्रीम कोर्ट की कमिटी ने भी इस मामले में ग्रुप को क्‍लीन चिट दी थी.

अदाणी समूह ने एक बयान में कहा है कि इस ग्रुप ने अपने प्रमुख इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर पोर्टफोलियो के लिए कैपिटल ट्रांसफॉर्मेशन यानी पूंजी बदलाव की यात्रा 2019 में शुरू की थी. 4 साल की छोटी अवधि में ही अदाणी ग्रुप 9 बिलियन डॉलर से अधिक की राशि जुटा चुका है.

समूह ने लिस्टेड कंपनियों अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन, अदाणी ग्रीन एनर्जी, अदाणी ट्रांसमिशन, अदाणी टोटल गैस और अदाणी एंटरप्राइजेज में निवेशकों को बखूबी आकर्षित किया है.

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