अदाणी टोटल गैस लिमिटेड (Adani Total Gas Limited) CNG और PNG इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास के लिए अगले 8 से 10 साल में 18,000 से 20,000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी.
कंपनी के CFO पराग पारीख ने बताया कि इस निवेश के जरिए ऑटोमोबाइल्स, घरों और इंडस्ट्रीज तक गैस पहुंचाने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार किया जाएगा. ATGL, अदाणी ग्रुप और फ्रांस की दिग्गज एनर्जी कंपनी TotalEnergies का ज्वाइंट वेंचर है.
कंपनी फिलहाल 52 लाइसेंस के साथ देश के 124 जिलों में ऑटोमोबाइल्स के लिए CNG और घरों तक PNG (Piped Natural Gas) पहुंचाने का काम करती है. देश में, कंपनी के 460 CNG स्टेशन हैं, जबकि इसकी पाइप्ड कुकिंग गैस के 7 लाख से ज्यादा ग्राहक हैं.
कंपनी आगे अपने CNG स्टेशन नेटवर्क के साथ-साथ किचन और इंडस्ट्रीज तक गैस पहुंचाने वाले पाइपलाइन नेटवर्क को भी बढ़ाने पर काम कर रही है. ताकि देश की स्वच्छ ईंधन की बढ़ती जरूरतों को पूरा किया जा सके.
एनुअल रिपोर्ट में ATGL के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर पराग पारीख ने बताया कि कंपनी ने 2022-23 (अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक) में इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर 1,150 करोड़ रुपये से भी अधिक का निवेश किया था.
पारीख ने कहा, 'लंबे वक्त के नजरिए से देखें तो हम गैस कारोबार को लेकर सकारात्मक हैं. प्रदूषण का नियंत्रण करना ज्यादा बड़ी प्राथमिकता है. बेहतर यूजर सेफ्टी, ग्राहकों के विश्वास और गैस को पहुंचाने में होने वाली सहूलियत को देखते हुए आज भी गैस, स्वच्छ ऊर्जा का प्राथमिक स्रोत है.'
उन्होंने कहा, 'शहरी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) बिजनेस के लिए हम इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर अगले 8-10 साल में लगभग 18,000-20,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का इरादा रखते हैं. ये हमारे ग्राहक बेस को बढ़ाएगा और रेवेन्यू में बढ़ोतरी को बनाए रखेगा.'
AGTL के CEO सुरेश पी मंगलानी ने कहा कि कंपनी की रणनीति स्टील पाइपलाइन बिछाने में तेजी लाने और तेजी से CNG स्टेशन बनाने की है.
उन्होंने कहा, 'मुझे ये बताते हुए खुशी हो रही है कि कंपनी अगले 7 से 10 वर्षों में 1,800 से अधिक CNG स्टेशन बनाने जा रही है और सभी भौगोलिक क्षेत्रों में हर घर के किचन को स्वच्छ और ग्रीन पाइप वाली प्राकृतिक गैस से जोड़ने के लिए प्रतिबद्ध है.
उन्होंने कहा कि गैस बिजनेस के मुख्य व्यापार को बढ़ाने के अलावा कंपनी ने अपनी खास तवज्जो वाले बिजनेस - CNG, कंप्रेस्ड बायोगैस और EV चार्जिंग में आने की शुरुआत की है. भारत में लिक्विड फ्यूल की तुलना में कम प्रदूषण फैलाने वाली नैचुरल गैस की हिस्सेदारी को बढ़ाया जा रहा है. इस समय ये 6% है. इस हिस्सेदारी को बढ़ाकर 2030 तक 15% करने का लक्ष्य है. सिटी गैस एक ऐसा क्षेत्र है जिसे सरकार प्राथमिकता दे रही है.
ई-मोबिलिटी पर जारी है काम
मंगलानी ने कहा कि ई-मोबिलिटी के तेजी से बढ़ते सेगमेंट में एंट्री करते हुए ATGL ने एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, अदाणी टोटल एनर्जीज ई-मोबिलिटी लिमिटेड का गठन किया है. मौजूदा समय में ATEEL देश की अलग-अलग जगहों पर टू-व्हीलर, थ्री-व्हीलर और फोर-व्हीलर वाहनों के लिए EV चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बनाने में लगा हुआ है.
उन्होंने कहा कि EV चार्जिंग ATGL के CNG रिटेल आउटलेट के मौजूदा कारोबार में स्वाभाविक रूप से फिट होता है और उपभोक्ताओं को वैकल्पिक फ्यूल का विकल्प देने की दिशा में एक कदम है. ATGL के पास पहले से ही देश भर में 26 स्थानों पर 104 चार्जिंग पॉइंट हैं. कंपनी का इरादा इसे देश भर में 3,000 से EV चार्जिंग पॉइंट तक बढ़ाने का है.