निजी सेक्टर के बैंक एक्सिस बैंक (Axis Bank) का मुनाफा FY24 के Q3 में सालाना 3.7% बढ़ा. तिमाही में नेट प्रॉफिट 6,071 करोड़ रुपये रहा, जो एक साल पहले 5,853 करोड़ रुपये था. ब्लूमबर्ग की ओर से किए गए पोल में तिमाही के लिए 6,117 करोड़ रुपये के मुनाफे का अनुमान किया गया था. पिछली तिमाही के मुकाबले मुनाफा 3.5% बढ़ा. नेट इंट्रस्ट इनकम (NII) सालाना 9.4% बढ़कर 12,532 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है.
एक्सिस बैंक Q3FY24 (स्टैंडअलोन)
कुल ब्याज आय 11,459.3 करोड़ रुपये से बढ़कर 12,532.2 करोड़ रुपये (YoY)
कुल मुनाफा 5,853 करोड़ रुपये से बढ़कर 6,071 करोड़ रुपये (YoY)
ग्रॉस NPA 1.73% से घटकर 1.58% (QoQ)
नेट NPA 0.36% पर सपाट (QoQ)
Source: Exchange filing
तिमाही में एक्सिस बैंक का खर्च बढ़ा
तिमाही के दौरान ऑपरेटिंग खर्च 32% YoY बढ़कर 8,946 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. नॉन-स्टाफ पर खर्च 39% बढ़कर 6,234 करोड़ रुपये हो गया है. तीसरी तिमाही में प्रोविजन्स घटकर 1,028 करोड़ रुपये पर आ गए हैं. इसमें सालाना 28% की गिरावट आई. 31 दिसंबर तक बैंक का प्रोविजन कवरेज रेश्यो 78% पर रहा जो एक साल पहले 81% था.
बैंक का नेट इंट्रेस्ट मार्जिन Q3 में 4.01% रहा. पिछली तिमाही के मुकाबले ये 10 बेसिस पॉइंट्स घटा है. कैपिटल एडिक्वेसी रेश्यो में पिछली तिमाही के मुकाबले 168 बेसिस पॉइंट्स की गिरावट आई. ये 31 दिसंबर तक गिरकर 14.88% पर पहुंच गया. इस गिरावट के पीछे वजह नवंबर में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) का अनसिक्योर्ड कंज्यूमर लोन्स के लिए रिस्क वेटेज में बढ़ोतरी रहा.
ज्यादा रिस्क वेटेज से आम तौर पर कैपिटल एडिक्वेसी में गिरावट आती है. क्योंकि बैंक को ऐसे लोन के लिए अतिरिक्त कैपिटल रखनी होती है. बैंक की एसेट क्वालिटी बड़े तौर पर स्थिर रही. ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट रेश्यो Q3 में सुधरकर 1.58% पर पहुंच गया, जो पिछली तिमाही में 1.73% रहा था. Q3 में नेट NPA रेश्यो 0.36% पर फ्लैट बना रहा.